कल भड़ली नवमी पर बन रहे तीन शुभ योग, जाने पूजा विधि

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को भड़ली नवमी कहा जाता है। इसे भडल्या नवमी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में भड़ली नवमी का विशेष महत्व है। इस दिन भी अक्षय तृतीया के समान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त होते हैं।

Update: 2022-07-07 03:31 GMT

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को भड़ली नवमी कहा जाता है। इसे भडल्या नवमी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में भड़ली नवमी का विशेष महत्व है। इस दिन भी अक्षय तृतीया के समान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त होते हैं। ज्योतिषविदों के अनुसार, अगर किसी जातक के शादी-विवाह का मुहूर्त न निकल पा रहा हो, तो वह भड़ली नवमी के दिन विवाह कर सकते हैं।

भड़ली नवमी 2022 डेट-

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 7 जुलाई को शाम 07 बजकर 28 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि अगले दिन 08 जुलाई को शाम 06 बजकर 25 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के कारण भड़ली नवमी 8 जुलाई, शुक्रवार को मनाई जाएगी।

बेहद शुभ योग में मनाई जाएगी भड़ली नवमी-

हिंदू पंचांग के अनुसार, भड़ली नवमी के दिन शिव, सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन योग में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है। इस दौरान किसी नए काम की शुरुआत करना अति उत्तम माना गया है। खरीदारी के लिए यह दिन बेहद शुभ माना गया है। शिव योग 08 जुलाई को सुबह 09:01 बजे तक रहेगा। इसके बाद सिद्धि योग शुरू होगा।


Tags:    

Similar News