कल विनायक चतुर्थी पर बन रहा 4 शुभ योग, विघ्नहर्ता दूर करेंगे संकट, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व व पूजन विधि

ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 3 जून 2022, शुक्रवार को है। हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं।

Update: 2022-06-02 04:15 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 3 जून 2022, शुक्रवार को है। हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं। इस पावन दिन विधि-विधान से भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से विघ्नहर्ता की भक्तों पर हमेशा कृपा बनी रहती है। भगवान श्रीगणेश प्रथम पूजनीय देव हैं। किसी भी शुभ कार्य के प्रारंभ से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2022-
3 जून, शुक्रवार को चतुर्थी तिथि सुबह 10:56 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 4 जून को देर रात 01:43 मिनट पर समाप्त होगी।
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विनायक चतुर्थी पर बनने वाले शुभ योग-
विनायक चतुर्थी के दिन वृद्धि, ध्रुव, सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का निर्माण हो रहा है। शास्त्रों में इन योगों को बेहद शुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:23 से शाम 07:05 बजे तक रहेगा।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
इसके बाद घर के मंदिर में सफाई कर दीप प्रज्वलित करें।
दीप प्रज्वलित करने के बाद भगवान गणेश का गंगा जल से जलाभिषेक करें।
इसके बाद भगवान गणेश को साफ वस्त्र पहनाएं।
भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं और दूर्वा अर्पित करें।
भगवान गणेश को दूर्वा अतिप्रिय होता है। जो भी व्यक्ति भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करता है, भगवान गणेश उसकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।
भगवान गणेश की आरती करें और भोग लगाएं। आप गणेश जी को मोदक, लड्डूओं का भोग लगा सकते हैं।
इस पावन दिन भगवान गणेश का अधिक से अधिक ध्यान करें।
अगर आप व्रत रख सकते हैं तो इस दिन व्रत रखें।
विनायक चतुर्थी महत्व-
विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा- अर्चना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने से विघ्न दूर हो जाते हैं।
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