23 अक्टूबर तक इन 6 राशि के जातक रहें संभलकर, शनिदेव का रहेगा गहरा प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित अवधि में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। ग्रहों के राशि परिवर्तन, उनकी चाल मार्गी या वक्री होने से कई राशि वालों पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे ही शनि के वक्री चाल का कुछ राशि वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित अवधि में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। ग्रहों के राशि परिवर्तन, उनकी चाल मार्गी या वक्री होने से कई राशि वालों पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे ही शनि के वक्री चाल का कुछ राशि वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कर्म फलदाता शनि 5 जून से उल्टी चाल चल रहे हैं। वक्री शनि अब 141 दिन बाद मार्गी होंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार, शनि 23 अक्टूबर 2022, रविवार को सुबह 09 बजकर 37 मिनट पर मार्गी होंगे। यानी शनि फिर से अपनी सीधी चाल शुरू करेंगे।
जानें शनि की वक्री की चाल किन राशि वालों की बढ़ाएगा मुश्किलें-
कर्क- कर्क राशि वालों पर शनि की वक्री चाल का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। इस दौरान आपको कार्यों में सफलता हासिल करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। धैर्य व संयम से काम लें। वाद-विवाद से बचें।
मार्गी शनि इन राशि वालों के जीवन में लाएंगे खुशियां
सिंह- सिंह राशि के जातक बहुत आत्मविश्वासी माने जाते हैं। लेकिन वक्री शनि होने की वजह से आपका आत्मविश्वास टूट सकता है। आप अपने करियर के प्रति सचेत रहें। इस दौरान आपको आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
कन्या- कन्या राशि के जातकों पर शनि की उल्टी चाल का असर देखने को मिलेगा। इन्हें अपने व्यापार और करियर में सावधान रहने की जरूरत है। पैसों के लेन-देन में सावधानी बरतें।
मकर- मकर राशि वालों पर वक्री शनि का मिलाजुला असर देखने को मिल सकता है। मकर राशि के स्वामी शनिदेव हैं। हालांकि आपको अपने कार्यों के प्रति सचेत रहना चाहिए।
वृश्चिक- वृश्चिक राशि वालों पर शनि की उल्टी चाल बुरा असर डाल सकती है। शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए आपको शनिवार के दिन भगवान शनि को काले तिल व तेल अर्पित करना चाहिए।
कुंभ- शनि की वक्री चाल का प्रभाव कुंभ राशि वालों पर भी देखने को मिलेगा। इस दौरान आपको हर मामले में सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। शनिवार के दिन स्नान करने के बाद शनि मंदिर में पूजा-पाठ करने से लाभ मिलेगा।