इन दो बड़े ग्रहों की युति से 37 साल बाद बन रहा ये योग, 10 अगस्त तक इन 8 राशियों के जातक रहें संभलकर
ग्रहों के सेनापति मंगल ने 27 जून, सोमवार को राशि परिवर्तन कर लिया है। मंगल ने सुबह करीब 6 बजे मेष राशि में प्रवेश किया है। मंगल का यह गोचर खास माना जा रहा है। मंगल गोचर के कारण मेष राशि में 37 साल बाद अंगारक योग बन रहा है। अंगारक योग कई राशि वालों के लिए मुश्किलों भरा साबित हो सकता है।
ग्रहों के सेनापति मंगल ने 27 जून, सोमवार को राशि परिवर्तन कर लिया है। मंगल ने सुबह करीब 6 बजे मेष राशि में प्रवेश किया है। मंगल का यह गोचर खास माना जा रहा है। मंगल गोचर के कारण मेष राशि में 37 साल बाद अंगारक योग बन रहा है। अंगारक योग कई राशि वालों के लिए मुश्किलों भरा साबित हो सकता है।
मेष राशि में कब तक रहेगा अंगारक योग-
27 जून को मंगल के मेष राशि में प्रवेश करते ही इस योग का निर्माण हो गया है। इस राशि में पहले से ही राहु ग्रह विराजमान था। मंगल और राहु की युति होने के कारण मेष राशि में करीब 37 साल बाद अंगारक योग बन रहा है, जो कि 10 अगस्त तक रहेगा। इससे पहले इस योग का निर्माण मेष राशि में साल 1985 में हुआ था।
मंगल व राहु की युति का प्रभाव-
मंगल व राहु की युति का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मंगल व राहु की युति अशुभ प्रभाव डालती है। मंगल व राहु की युति से बनने वाला अंगारक योग धन हानि, वाद-विवाद, कलह, उधार और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए इस योग तक लोगों को बेहद सावधान रहने की सलाह दी जाती है।