हाथ की रेखाओं में बनने वाले ये योग... देते हैं अशुभ घटनाओं का संकेत
हस्तरेखा शास्त्र शादी, अफेयर, करियर, पैसे जैसे तमाम पहलुओं के बारे में बताता है.
हस्तरेखा शास्त्र शादी, अफेयर, करियर, पैसे जैसे तमाम पहलुओं के बारे में बताता है. इसमें हथेली में बनने वाले कुछ योग या निशानों को अशुभ और कुछ को बहुत शुभ बताया गया है. यदि हथेली में कोई अशुभ योग बने तो व्यक्ति को समय रहते कोई उपाय कर लेना चाहिए. इससे काफी राहत मिलती है और होने वाला नुकसान भी कुछ कम हो जाता है. आज हम हथेली में बनने वाले कुछ ऐसे ही अशुभ संकेतों के बारे में जानते हैं, जो जिंदगी को मुश्किल में डालते हैं.
हथेली के अशुभ संकेत
हस्तरेखा शास्त्र में विवाह रेखा को बहुत अहम माना गया है क्योंकि व्यक्ति का निजी जीवन कैसा रहेगा इसका सबसे ज्यादा दारोमदार इसी रेखा पर होता है. यह रेखा हाथ में सबसे छोटी उंगली के नीचे होती हैं और हथेली के बाहरी हिस्से से अंदर की ओर आती हुई दिखती हैं. यदि इस रेखा में कोई गड़बड़ी हो तो जातक का दांपत्य जीवन मुश्किलों में बीतता है.
- यदि एक से ज्यादा विवाह रेखाएं हों तो यह एक से ज्यादा अफेयर के बारे में बताती हैं. यदि विवाह रेखा जितनी लंबी हो तो जातक के एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर रहते हैं.
- विवाह रेखा पर तिल होना लाइफ पार्टनर की जिंदगी के लिए खतरा माना जाता है. ऐसी स्थिति में या तो जीवनसाथी की मौत हो जाती है या उसे गंभीर बीमारी हो सकती है.
- विवाह रेखा के प्रारंभ में द्वीप का निशान हो तो जातक का दांपत्य जीवन दुख में गुजरता है. ऐसे जातकों के लाइफ पार्टनर के एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर होते हैं.
- विवाह रेखा की शुरुआत दो हिस्सों में बंटी हो या उससे कोई शाखा निकलती हो तो ऐसे जातकों का तलाक होने या रिश्ते में दूरी आने की आशंका रहती है.
- विवाह रेखा नीचे की ओर झुकी हुई और हृदय रेखा को काट दे तो यह उसके जीवनसाथी की मृत्यु होने का संकेत देता है.
- यदि विवाह रेखा ऊपर की ओर मुड़कर छोटी उंगली तक पहुंच जाए तो ऐसे लोगों की शादी या तो होती ही नहीं है या बहुत मुश्किल से होती है.
ऐसा संकेत करियर के लिए खतरा
यदि हथेली में सूर्य पर्वत चपटा या नीचे की ओर धंसा हुआ हो तो ऐसे लोगों का करियर कभी ठीक नहीं रहता है. इन्हें बार-बार करियर में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही यदि गुरु पर्वत भी चपटा हो तो ऐसे जातकों की किस्मत भी करियर के मामले में बिल्कुल साथ नहीं देती है. बल्कि उन्हें मेहनत के बाद भी फल नहीं मिलता.