हर कोई चाहता हैं कि उसे अपने जीवन में कभी भी आर्थिक रूप से मजबूर ना होना पड़े और उसके घर में कभी भी आर्थिक तंगी के हालात ना उत्पन्न हो। हांलाकि वक्त कब बदल जाए इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता हैं। वास्तु में भी कई बातें बताई गई हैं जो आर्थिक तंगी का कारण बनती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको वास्तु से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी वजह से व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
- वास्तु शास्त्र में घर के उत्तर- पश्चिम दिशा को धन की दिशा यानी कुबेर की दिशा मानी गई है। वास्तु के अनुसार उत्तर-पश्चिम दिशा में कभी भी अंधेरा नहीं होना चाहिए। ऐसा होने से घर पर आर्थिक तंगी बढ़ती है इसलिए घर के इस कोने में अच्छी रोशनी होनी चाहिए।
- घर के मुख्य दरवाजे पर कभी भी जूते-चप्पल नहीं होना चाहिए। घर का मुख्य दरवाजा मां लक्ष्मी के आगमन का रास्ता होता है ऐसे में मुख्य दरवाजे पर जूते चप्पल बिखरे होने से मां लक्ष्मी घर के अंदर प्रवेश नहीं करतीं। वास्तु में ऐसा करने से घर पर बीमारियां और आर्थिक तंगी हमेशा रहती है।
- घर की छत पर कचरा और कबाड़ नहीं एकत्र होना चाहिए। ऐसा करने से भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
- अपने परिवार की सुख-समृद्धि, खुशहाली एवं स्वास्थ्य रक्षा के लिए ईशान कोण की ही भांति इस स्थान को भी सदैव स्वच्छ, खुला, हल्का एवं दोषमुक्त रखना आवश्यक है।
- उत्तर-पूर्व पूजा करने के लिए आदर्श स्थान है। इस दिशा में पूजाघर या अपने इष्टदेव की तस्वीर स्थापित करें। ऐसा करने से आपको हमेशा परमात्मा का मार्गदर्शन मिलता रहता है। यह दिशा योग, प्राणायाम और ध्यान के लिए भी श्रेयस्कर है। अपने दिवंगतों की फोटो दक्षिण-पश्चिम में लगाएं। शुभ परिणामों के लिए घर के पश्चिम जोन में आप अपने गुरु की फोटो लगाकर पूजन कर सकते हैं।