भारतीय रसोई में हल्दी का बहुत महत्व हैं जो कि सेहत को भी मजबूत बनाने में उपयोगी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका ज्योतिषीय महत्व भी होता हैं और इसके द्वारा किए गए उपाय आपके जीवन की कई परेशानियों का अंत कर सकते है। जी हां, नजरदोष से बचाव, धन संबंधी समस्याओं के साथ वैवाहिक अड़चन दूर करने में भी हल्दी के टोटके बड़े सहायक होते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको हल्दी के कुछ ऐसे ही टोटकों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपका जीवन संवारने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं हल्दी के इन उपायों के बारे में।
विवाह में अगर हो रही हो देरी
अविवाहित लोग शीघ्र विवाह के लिए हल्दी से जुड़ा उपाय कर सकते हैं। इसके लिए किसी भी महीने की शुक्ल पक्ष के गुरूवार को पीले कपड़े में फूल, पीतल, चने की दाल, गुड़, हल्दी की गांठ को बांध दें। फिर अपने इष्ट देव का स्मरण करके उसे घर के किसी गुप्त स्थान पर रख दें। मान्यता है कि इस उपाय के विवाह के योग बनते हैं। विवाह हो जाने के बाद हल्दी की इस पोटली को नदी में प्रवाहित कर दें।
वैवाहिक जीवन में खुशहाली लाने के लिए
महिलाएं हर गुरुवार के दिन स्नान करके पीले रंग के कपड़े पहनें। इसके बाद हाथ में एक हल्दी की गांठ रखकर ''ऊॅ रत्यै कामदेवायः नमः'' मंत्रा का 108 बार या एक माला जाप करें। इसके साथ ही गुरूवार को बेसन से बनी हुई ही चीजों का सेवन करें। वास्तु अनुसार इससे वैवाहिक जीवन में चल रहा मनमुटाव दूर होता है। पति को नौकरी व कारोबार तरक्की व सफलता मिलने के योग बनते हैं।
अगर लग गई हो नजर
अक्सर बच्चों को नजर लग जाने पर वे बार-बार रोते रहते हैं। ऐसे में आप उनकी नजर उतारने के लिए हल्दी से जुड़ा उपाय कर सकती हैं। इसके लिए एक साफ कपड़े को हल्दी से रंगकर उसमें थोड़ी सी अजावयन रखकर पोटली बनाएं। फिर उस पोटली को काले धागे से बांध दें। तैयार पोटली को नजर लगे बच्चे या व्यक्ति के गले में बांध दें। एक दिन उस पोटली को गले में बांधें रखें। अगले दिन उस पोटली को बच्चे के गले से उतारकर नदी प्रवाहित कर दें।
धन वृद्धि के लिए
गणेश चतुर्थी के दिन पीले रंग के रूमाल में एक हल्दी की गांठ, चावल, नारियल, सुपारी व कुछ पैसों को हल्दी में रंग लें। फिर इसे घर के मंदिर में रखकर पूजा करें। पूजा के बाद रूमाल को घर की तिजोरी, अलमारी या धन रखने वाली जगह पर रख दें। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, इस उपाय को करने से पैसों की किल्लत दूर होती है। घर में धन की बरकत बनी रहती है।