काले तिल के ये उपाय जीवन में ला सकते हैं शांति, कालसर्प योग, राहु, केतु और शनि दोष से मिलेगा छुटकारा

माघ माह में आने वाले त्यौहार जैसे सकट चौथ, षटतिला एकादशी, पूर्णिमा और अमावस्या आदि पर भी तिल का विशेष प्रयोग किया जाता है.

Update: 2022-01-23 18:55 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Kale Til Upay: हिंदू मान्यता के अनुसार माघ माह में काले तिल (Black Sesame) का विशेष महत्व है. हिंदू धार्मिक कार्यों में काले तिल का उपयोग किया जाता है. साथ ही, तिल का उपयोग पूर्णिमा और अमावस्या (Til Upay) के दिन तर्पण और दान आदि में भी किया जाता है. वहीं, मकर संक्रांति के मौके पर भी तिल के लड्डू खाने का विधान है. माघ माह में आने वाले त्यौहार जैसे सकट चौथ, षटतिला एकादशी, पूर्णिमा और अमावस्या आदि पर भी तिल का विशेष प्रयोग किया जाता है.

मान्यता है कि षटतिला एकादशी के दिन भगवान श्री हरि को तिल के लड्डू का भोग लगाया जाता है. लेकिन भगवान को भोग लगाने के अलावा काले तिल का प्रयोग कई चमत्कारी उपायों में भी किया जाता है. कहते हैं कि इन उपायों को अपनाकर घर में सुख-शांति पाई जा सकती है. आइए जानते हैं तिल के कुछ चमत्कारी उपायों के बारे में.
काले तिल के चमत्कारी उपाय (Kale Til Upay)
- ज्योतिष शास्त्र का कहना है कि कुंडली में अशुभ ग्रह के प्रभावों के कारण व्यक्ति को जीवन में करियर और कारोबार को लेकर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासकर कुंडली में शनि, राहु और केतु के रहने से जीवन में खुशियों पर ग्रहण सा लग जाता है. हालांकि, ये दीर्घकालीन नहीं होता, लेकिन इसके प्रभाव से व्यक्ति परेशान हो जाता है.
ज्योतिषियों का कहना है कि कालसर्प योग, राहु, केतु और शनि दोष से प्रभावित होने पर सोमवार और शनिवार के दिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग को अर्घ्य देने से इनके प्रभाव कम हो जाते हैं. और जीवन में सुख-समृद्धि का विकास होगा.
- कई बार जीवन में पितृदोष भी समस्याओं का कारण बन जाते हैं. धार्मिक मान्यता है कि अगर हमारे पितर प्रसन्न रहते हैं, तो सबकुछ सही रहता है. लेकिन अगर पितर नाराज हो जाते हैं, तो जीवन में कई तरह की समस्याएं घेर लेती हैं. ऐसे में ज्योतिष के अनुसार अमावस्या और पूर्णिमा तिथियों को तिल तर्पण करने की सलाह दी जाती है. साथ ही, इस दिन दान करना भी शुभ माना गया है.
-कहते हैं कि करियर को ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए सूर्य और गुरु का मजबूत होना भी जरूरी है. इसके लिए स्नान ध्यान कर तिलांजलि करना शुभ माना गया है. ऐसा करने से सूर्य मजबूत होता है.
- मान्यता है कि जीवन में शनिदेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए शाम के समय उनकी पूजा काले तिल और सरसों के तेल से करें. साथ ही, इस दिन काले तिल का दान भी करना चाहिए.


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