जीवन में सुकून कौन नहीं चाहता. कोई नौकरी की वजह से परेशान है, कोई पैसों की तंगी को लेकर. हो सकता है आपकी मेहनत में कोई कमी ना हो लेकिन और कोई चीज रुकावट पैदा कर रही हो, जिसका निवारण कर आप सारी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं.
किचन सिर्फ खाना बनाने की जगह ही नहीं होती बल्कि वहां कई ऐसी चीजें मौजूद होती हैं, जो न सिर्फ आपको तंदुरुस्त बनाती हैं बल्कि उनकी वास्तु और ज्योतिष में भी खास अहमियत है. इन्हीं चीजों में शुमार है लौंग. इसको पूजा-पाठ से लेकर मसाले के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.
लौंग को लेकर ज्योतिष शास्त्र में कुछ बेहद आसान उपाय बताए गए हैं, जिनको अपनाकर आप अपने ऑफिस या अन्य परेशानियों को दूर भगा सकते हैं. इनसे घर में सुख-समृद्धि भी आती है. लौंग के साथ कपूर जलाना भी बहुत शुभ माना गया है. दोनों को साथ जलाने से घर में सुख-शांति तो आती ही है, नेगेटिव एनर्जी भी आपके घर का पता भूल जाती है. अब जानिए कपूर और लौंग के आसान उपाय.
विरोधियों को यूं करें पस्त
अगर दुश्मनों ने आपका जीना हराम कर रखा है तो मंगलवार को बजरंग बाण का पाठ करें. इसके बाद 5 लौंग को कपूर के साथ जलाएं और हनुमान जी की पूजा करें. जो राख बचे, उससे माथे पर तिलक लगाएं. ऐसा करने से माना जाता है कि दुश्मन खुद-ब-खुद साइड हो जाएंगे.
होगा आर्थिक लाभ
सोने से पहले रात को एक चांदी की कटोरी लें. उसमें कपूर और लौंग को एक साथ जलाएं. मान्यता है कि इससे घर में कभी पैसों की तंगी नहीं होती और आपको अचानक आर्थिक लाभ होना शुरू हो जाता है. एक अन्य उपाय यह भी है कि किसी लाल कपड़े में पांच लौंग और पांच कौड़ियां बांध दें. उसे धन की देवी मां लक्ष्मी के चरणों पर लगाएं और अपने घर की तिजोरी में रख दें. इससे घर में बरकत बनी रहती है.
घर में आएगी सुख-शांति
आपको घर में रोज कपूर जलाना चाहिए और उसको पूरे घर में उसका धुआं कर दें. इससे गृह कलह से मुक्ति मिल सकती है. साथ ही परिवार के लोगों में भी प्यार बना रहता है. रोग भी घर का रास्ता भूल जाते हैं. इस उपाय को घर की शांति के लिए बेहद असरदार माना जाता है.
दूर भगाएं नेगेटिव एनर्जी
एक कटोरी लें. उसमें 5 लौंग, हरी इलायची और कपूर जलाएं और पूजा की जगह समेत पूरे घर में दिखाएं. उससे सारी नेगेटिविटी दूर हो जाती है. साथ ही हवा में मौजूद विषाणु भी नष्ट हो जाते हैं और रोगों के पैदा होने की संभावना भी कम हो जाती है. यह काम हफ्ते में कम से कम दो बार करें.