आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया है इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया है जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य सफलता के शिखर को प्राप्त करता है।
चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियां बनाई है। चाणक्य नीति में कहा गया है कि पत्नी में अगर पतन करने वाले गुण हों तो उसे तुरंत ही त्याग देना चाहिए वरना ऐसी महिला पूरे घर को तबाह कर सकती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी विषय पर जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
आज की चाणक्य नीति—
चाणक्य नीति अनुसार अगर किसी की पत्नी गैर वाजिब क्रोध करती है तो उसे छोड़ देना ही उचित होता है क्योंकि इससे परिवार में शांति की बहाली होगी। इसके अलावा अगर किसी की पत्नी की वाणी पर संयम नहीं है तो उसे भी त्याग देना उचित होगा। क्योंकि ऐसी पत्नी कभी भी किसी की भावनाओं की कद्र नहीं करेगी जो आपकी परेशानी व दुख का कारण हो सकता है।
चाणक्य की मानें तो अगर पत्नी घर का माहौल खराब करती है अशांति फैलाती है तो वह पूरे परिवार के पतन का कारण बन सकती है इसका परिणाम पूरी पीढ़ी को भुगतना पड़ सकता है ऐसी पत्नी संतान को भी अच्छे संस्कार नहीं दे पाती है ऐसे में इसका त्याग ही बेहतर उपचार है।