बाथरूम से जुड़ा हैं आपकी सेहत का राज, दें इससे जुड़े इन वास्तु दोष पर ध्यान

Update: 2023-06-26 16:12 GMT
वास्तु में घर से जुड़े कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन किया जाए तो जीवन से परेशानियों का अंत हो सकता हैं। वास्तु में घर के बाथरूम से जुड़े भी कई नियम बताए हैं जहां से पनपे विकार परिवार वालों की सेहत को प्रभावित करते हैं। बाथरूम की दिशा और दशा सही ना हो तो यह आपके हालात खराब कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बाथरूम से जुड़े उन्हीं विकारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें दूर कर अपना जीवन सुखमय बनाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं बाथरूम से जुड़े इन वास्तु नियमों के बारे में...
घर में बाथरूम बनाने की सही दिशा
वास्तु अनुसार, बाथरूम को हमेशा घर की उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में ही बनवाना चाहिए। इसके साथ ही इसे घर के दक्षिण या दक्षिण पूर्व या दक्षिण पश्चिम में बनवाने से बचना चाहिए। नहीं तो इससे घर में वास्तुदोष पैदा हो सकता है। इसके कारण परिवार के सदस्यों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
अगर दक्षिण दिशा में हो टॉयलेट
वास्तु अनुसार, दक्षिण दिशा में बना टॉयलेट यश और कीर्ति की हानि करने वाला माना जाता है। ऐसे में इस दिशा पर इसे बनवाने से बचें। इसके अलावा इस दोष से बचने के लिए टॉयलेट सीट को दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा के बीच में लगवा दें।
इस दिशा पर लगाएं शीशा
आमतौर पर लोग बाथरूम में शीशा लगाना पसंद करते हैं। मगर वास्तु अनुसार, इसे हमेशा बाथरूम की पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर ही लगाना चाहिए। टॉयलेट की सीट को पश्चिम या उत्तर दिशा ठीक पर लगवाएं। इसके अलााव इलेक्ट्रिक बोर्ड को बाथरूम की दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाएं। बाथरूम का दरवाजा उत्तर या पूर्व में ही होना चाहिए।
इस दिशा पर हो वॉशबेसिन और शॉवर
बाथरूम की वॉशबेसिन और शॉवर हमेशा पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व में ही होनी चाहिए। अगर आपने बाथरूम में वॉशिंग मशीन रखनी हैं तो इसे हमेशा दक्षिण पूर्व या उत्तर पश्चिम दिशा में ही रखें।
यहां रखें बाथटब
बाथटब रखने के लिए उत्तर, पूर्व, पश्चिम या उत्तर-पूर्व दिशा शुभ मानी जाती है। मगर इस बात का ध्यान रखें कि आपका बाथटब गोल या चौकोर आकार का हो। इसके साथ ही इसे गाढ़ा लाल या काला लेने की जगह हल्के रंग में खरीदें।
ऐसा हो बाथरूम का दरवाजा
बात बाथरूम के दरवाजे की करें तो इसे हमेशा लकड़ी का बनवाएं। इसके अलावा बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें। वास्तु अनुसार, खुला दरवाजा घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाने का काम करता है। इससे घर के सदस्यों की सेहत खराब होने का खतरा रहता है।
बाथरूम के अंदर एक खिड़की जरूर बनवाएं
वास्तु अनुसार, बाथरूम में 1 खिड़की जरूर बनवानी चाहिए। इसके साथ ही इसे हमेशा पूर्व, उत्तर या पश्चिम दिशा में होना चाहिए। माना जाता है कि बाथरूम में बनी खिड़की नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालने का काम करती है।
ऐसा हो बाथरूम का रंग
बाथरूम में गाढ़े की जगह पर क्रीम, सफेद या कोई हल्का रंग करवाएं। इसके अलावा आप लाइट कलर की टाइल्स भी लगवा सकते हैं। इससे बाथरूम में नकारात्मक ऊर्जा का संचार नहीं होगा।
नल का रखें ध्यान
वास्तु अनुसार, टपकटा हुआ नल आर्थिक तंगी की ओर इशारा करता है। इसलिए बाथरूम ही नहीं बल्कि घर में कोई भी नल टपकने ना दें। कोई नल खराब हो जाएं तो उसे नजरअंदाज करने की जगह तुरंत ठीक करवाएं।
वास्तुदोष दूर करने के लिए करें यह उपाय
बाथरूम के किसी कोने में एक कांच की कटोरी में नमक भरकर रखें। इसके साथ ही हर हफ्ते इस नमक को बदलते रहें। इससे नकारात्मक ऊर्जा और वास्तुदोष दूर होने में मदद मिलेगी।
Tags:    

Similar News

-->