हस्तरेखा में छिपी है नींद न आने की वजह, चंद्र पर्वत से पता चलता है मन की स्थिति
रात में यदि नींद न आए, मन अक्सर बेचैन रहे तो इसके पीछे चंद्र दोष वजह हो सकता है. इसका पता हथेली के चंद्र पर्वत पर बनी रेखाओं और निशानों से आसानी से लगाया जा सकता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सुकून भरी नींद सोना भी एक बड़ा सुख है लेकिन ढेर सारी चिंताओं से घिरी जिंदगी ने अधिकांश लोगों का यह सुख छीन लिया है. इसके पीछे अनिद्रा की बीमारी, आसपास का शोर, तनाव जैसे कई कारण होते हैं. लेकिन एक वजह हस्तरेखा से भी जुड़ी हुई है और आसानी से इसका पता लगाया जा सकता है. इसके लिए चंद्र पर्वत की स्थिति उस पर बनी रेखाओं और निशान का अध्ययन करना होता है. चंद्र मन का कारक है इसलिए यह पर्वत नींद के अलावा मन की अन्य स्थितियों के बारे में भी बताता है.
यहां होता है चंद्र पर्वत
हाथ की सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है. बुध पर्वत से नीचे का क्षेत्र चंद्र पर्वत होता है. यह मणिबंध तक जाता है. इस पर्वत पर जाल, क्रॉस, त्रिभुज, चक्र जैसे कई शुभ-अशुभ निशान होते हैं. इनके आधार पर ही व्यक्ति के मन की स्थिति का आंकलन किया जाता है.
ऐसे जानें मन का हाल
- चंद्र पर्वत अच्छी तरह उभार लिए हुए हो उस पर क्रॉस या जाल जैसा अशुभ निशान न हो तो व्यक्ति मजबूत मानसिक स्थिति का मालिक होता है. ऐसे लोग सही समय पर सही निर्णय ले पाते हैं और हर गम से जल्द ही उबर भी जाते हैं.
- वहीं चंद्र पर्वत पर रेखाओं का जाल होना शुभ संकेत नहीं है. ऐसे जातकों का मन पूरे समय किसी न किसी बात में उलझा रहता है. ये लोग जिंदगी का अधिकांश हिस्सा तनाव में बिताते हैं.
- चंद्र पर्वत पर तिल का होना भी बुरा होता है. ऐसा जातक किसी न किसी डर का शिकार रहता है.
- वहीं चंद्र पर्वत पर क्रॉस का निशान होना व्यक्ति के मन में पानी के लिए डर पैदा करता है लेकिन ऐसे लोग किसी न किसी गूढ़ रहस्य को जानने में जुटे रहते हैं.
- चंद्र पर्वत पर मछली का निशान हो तो जातक कम उम्र में ही विदेश यात्रा कर लेता है. यह अमीर होने का भी संकेत है.
- यदि जातक के हाथ में मस्तिष्क रेखा चंद्र पर्वत तक बहुत लंबाई तक जाए तो यह भी अच्छा संकेत नहीं है. ऐसा व्यक्ति मामूली बातों को भी दिल से लगा लेता है और उनके बारे में इतना सोचता है कि उसकी नींद ही उड़ जाती है. ऐसे लोगों को कई बार मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है. लिहाजा चंद्र संबंधित ऐसा कोई भी दोष होने पर विशेषज्ञ से सलाह लेकर कोई उपाय कर लेना अच्छा होता है.