सहरी और इफ्तारी के वक़्त इन बातों का रखे ख्याल
इस्लाम धर्म पर भरोसा रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति
इस्लाम धर्म पर भरोसा रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को माह-ए-रमजान का बेसब्री से इंतजार रहता है। मुस्लिमों के लिए यह सबसे पाक यानी पवित्र महीना होता है। कहा जाता हैं कि रमजान के चलते की गई इबादत का अन्य माहों की तुलना में कई गुना फल प्राप्त होता है।इस बार रमजान मुबारक का महीना 23 मार्च से आरम्भ हो सकता है। 22 मार्च की शाम चांद देखने के साथ रमजानुल मुबारक महीने की शुरुआत होगी।
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, रमजान को सबसे पवित्र महीना माना गया है। यह महीना बरकत का महीना होता है। इन दिनों में जो भी दुआएं की जाती हैं अल्लाह उन्हें कबूल कर लेते हैं। सहरी और इफ्तारी दोनों ही वक़्त दुआ अवश्य पढ़नी चाहिए। हर शख्स को सहरी और इफ्तारी के पश्चात् दुआ अवश्य करनी चाहिए। इससे अल्लाह उन्हें बरकत देते हैं।
इन बातों का रखे ध्यान:-
वही इस दौरान मुस्लिम समाज के लोग इस बात का भी ध्यान रखें कि सहरी और इफ्तारी के वक़्त वह जो भोजन करें, उसमें वही पैसा लगा हो जो ईमानदारी से कमाया गया हो। गलत तरीके या बेईमानी से कमाए गए पैसे से खरीदे गए किसी भी सामान से सहरी एवं इफ्तारी ना करें। हलाल के पैसे को ही इस्लाम में तवज्जो दी गई है। 22 या 23 मार्च को जैसे ही चांद नजर आएगा वैसे ही माह-ए-रमजान आरम्भ हो जायेगा।