वास्तु शास्त्र के इन उपायों का रखें ध्यान

Update: 2023-04-03 15:10 GMT
वास्तु शास्त्र के इन 13 टिप्स का रखे विशेष ध्यान
Important 13 Tips of Vastu Shastra in hindi
वास्तु के अनुसार सभी मनुष्यो को घर बनवाना चाहिए जिससे उसे अनेक प्रकार का लाभ प्राप्त हो ।वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनवाने से सुख-शान्ति बनी रहती हैं और वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनवाने से हम वास्तु दोष से भी बच सकते हैं,जिससे घर मे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती हैं।
सभी मनुष्यो को कहीं पर भी घर निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पूर्व भूमि पूजन करवाना चाहिए।
पूर्व या उत्तर दिशा आपके घर के मुख्य द्धार के लिए शुभ होता हैं। घर के मुख्य द्धार पर ऊँ ,स्वास्तिक जैसे शुभ चिन्हों का प्रयोग अवश्य करना चाहिए ।
घर बनवाते समय थोड़ी सी जगह घर के आँगन कज बनवाने के लिये अवश्य होनी चाहिए।
तुलसी, नीम,अमला जैसे सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाले पौधों को घर मे जरूर लगाना चाहिए।तुलसी का पौधा हवा को शुद्ध,रोगों से दूर रखता हैं।अनार का पौधा वातावरण को सकारात्मक बनाये रखने मे मदद करता हैं,नीम का पौधा रोग व शोक से मुक्त रहने के लिए होता हैं।
आमला का पौधा समय से पहले बूढ़ा और कमजोर नहीं होने देता इस लिए इस पौधे को जरूर लगाना चाहिए।
घर मे हमेंशा टाँयलेट व स्नान गृह अलग बनवाना चाहिए एक मे होने से घर मे कलेश उत्पन्न होता हैं।
नल का निर्माण स्नान गृह मे हमेशा उत्तर या पूर्व दीवार के तरफ होना चाहिए।
बाथटब मे नहाते वक्त व्यक्ति की पैर दक्षिण दिशा की ओर न रहे।
मकान निर्माण के प्रक्रिया मे पूर्व दिशा मे स्नान गृह बनवाना चिवाशबेसिनव दर्पण उत्तरी दीवार या पूर्वी दीवार पर लगवाना चाहिए।
नल से टपकते पानी को वास्तु शास्त्र के अनुसार अच्छा नहीं माना गया हैं।
घर मे पूजा घर का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके होने से घर मे सुख-शान्ति बनी रहती हैं।ईशान कोण मे पूजा घर बनवाना उचित माना गया हैं।
घर के पूजा घर मे मूर्तियाँ वास्तु शास्त्र के अनुसार रखना चाहिए।
पूजा घर कभी भी शयनकक्ष मे नहीं होना चाहिए मूर्ति को रखने कि दिशा पूर्व दिशा ही सही दिशा हैं।
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