संस्कार और मर्यादा का रखें ध्यान नहीं तो आपके वैवाहिक जीवन को कर सकती हैं ख़त्म

वैवाहिक जीवन में हर बात का खास मतलब होता है। दांपत्य जीवन में झूठ, अहंकार व संदेह का समावेश हो जाए तो परिवार को बिखरने में देर नहीं लगती।

Update: 2021-12-18 03:32 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैवाहिक जीवन में हर बात का खास मतलब होता है। दांपत्य जीवन में संस्कार, मर्यादा, झूठ, अहंकार, संदेह, वैवाहिक जीवन, ख़त्म, Sanskar, dignity, falsehood, arrogance, doubt, married life, endingसमावेश हो जाए तो परिवार को बिखरने में देर नहीं लगती। इन तीन प्रमुख बातों के कारण ही परिवार टूट जाता है। गृहस्थों को इन तीनों बुराइयों से हमेशा दूर रहने का प्रयत्न करना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान:
सुख के पीछे भागना नहीं, बल्कि दुख का सामना करते हुए सुख के आने का इंतजार धैर्यपूर्वक करना चाहिए। इससे सुख मिलने पर उसका मजा दोगुना हो जाता है।
परिवार सुनीति एवं सुरुचि के जीवन की तरह चलता है। जिन परिवारों में सुनीति अपनाई जाती है, उनके घर ध्रुव जैसा पुत्र पैदा होता है, जिसके पीछे पूरा परिवार तर जाता है।
वहीं दूसरी ओर सुरुचि की तरह जो माँ अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है। उसके घर उत्तम जैसा पुत्र पैदा होता है, जो संसार के पीछे-पीछे चलता है।
भारतीय संस्कृति में एक अद्भुत घटना यह हुई कि एक माँ ने पुत्र को गुरु मानकर उससे ज्ञान प्राप्त किया। यही संस्कृति हमारी भारतीय संस्कृति को विशेष दर्जा देती है। देवहुति ने अपने पुत्र कपिल मुनि को अपना गुरु मानकर ज्ञान का अर्जन किया था।


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