Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर इस विधि से करें तुलसी की पूजा

Update: 2024-12-23 03:24 GMT
Somvati Amavasya 2024: पंचांग के अनुसार, सोमवती अमावस्या की तिथि 30 दिसंबर को सुबह 4 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी और 31 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी. इस दिन स्नान-दान का मुहूर्त सुबह 5 बजकर 24 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 19 मिनट तक रहेगा|
साल की आखिरी अमावस्या. यानी सोमवती अमावस्या बहुत ही खास मानी जा रही है. सोमवती अमावस्या पर इस बार वृद्धि योग, ध्रुव योग, शिववास योग, नक्षत्र योग इन सभी योगों का संयोग बनने जा रहा है|
सोमवती अमावस्या हिंदू धर्म में एक विशेष दिन माना जाता है. इस दिन तुलसी की पूजा का विशेष महत्व है. तुलसी को सभी देवी-देवताओं का प्रिय माना जाता है और इसे घर में लगाने से धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं. सोमवार भगवान शिव को समर्पित दिन है. अमावस्या तिथि का संबंध पितरों से है. तुलसी को सभी देवी-देवताओं का प्रिय माना जाता है. इन तीनों का संयोग होने पर सोमवती अमावस्या का दिन विशेष महत्व रखता है|
पूजा सामग्री-
तुलसी का पौधा, गंगाजल, रोली, चंदन, पुष्प, धूप, दीप, कच्चा दूध, मिठाई, सुहाग का सामान (मांग में सिंदूर, चूड़ी आदि)
सोमवती अमावस्या पूजा विधि
सोमवती अमावस्या के दिन सुबह उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
तुलसी के पौधे को गंगाजल से धोकर साफ करें.
तुलसी के पौधे को रोली, चंदन और पुष्प से सजाएं.
तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाएं और धूप दें.
तुलसी के पौधे की दक्षिणावर्त दिशा में 108 बार परिक्रमा करें.
तुलसी के पौधे को कच्चा दूध अर्पित करें और मिठाई चढ़ाएं.
सुहाग का सामान तुलसी माता को अर्पित करें.
तुलसी माता से अपने वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि की कामना करें.
तुलसी पूजा के दौरान ‘ॐ श्री तुलसी माते नमः’ मंत्र का जाप करें.
सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखना शुभ माना जाता है. इस दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. तुलसी के पौधे को हमेशा साफ-सुथरा रखें. तुलसी की पूजा करते समय मन में किसी भी प्रकार का नकारात्मक विचार नहीं लाना चाहिए. इस विधि को अपनाकर आप अपने वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि ला सकते हैं|
सोमवती अमावस्या का महत्व
मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन तुलसी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है और पितरों का तर्पण करना शुभ माना जाता है. तुलसी की पूजा से पितृ दोष भी दूर होता है. तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-शांति का वातावरण बनता है. तुलसी की पूजा आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है|
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