संकष्टी चतुर्थी के दिन कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए,जिससे भगवान गणेश जी नाराज न हो
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी कहलाती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फाल्गुन माह (Phalguna Month) की संकष्टी चतुर्थी 20 फरवरी दिन रविवार को है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी (Dwijapriya Sankashti Chaturthi) कहलाती है. हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है और विघ्नहर्ता श्री गणेश जी (Lord Ganesha) की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है. पूजा के समय संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा (Sankashti Chaturthi Vrat Katha) का श्रवण किया जाता है. गणपति बप्पा की कृपा से सब दुख दूर होते हैं, सभी कार्य बिना किसी बाधा के सफल होते हैं, जीवन में सुख, समृद्धि एवं सौभाग्य बढ़ता है. जो लोग संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखते हैं, उनको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो भगवान गणेश जी नाराज हो सकते हैं. आइए जानते हैं कि संकष्टी चतुर्थी के दिन क्या नहीं करना चाहिए.