बुधवार के दिन गणपति की पूजा का सबसे सरल एवं प्रभाव उपाय
सनातन परंपरा में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश जी की पूजा सभी विघ्न बाधाओं को दूर करके सुख-समृद्धि और ऋद्धि-सिद्धि प्रदान करने वाली है. आज बुधवार के दिन गणपति की पूजा का सबसे सरल एवं प्रभाव जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में गणपति की साधना अत्यंत ही सरल और त्वरित फल देने वाली मानी गई है. गणपति को शुभता एवं मंगल का प्रतीक माना गया गया है. यही कारण है कि सनातन परंपरा में किसी भी कार्य की शुरुआत श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना से होती है, बल्कि किसी कार्य की शुरुआत को ही श्री गणेश करना कहा जाता है.
पलक झपकते ही बड़ी से बड़ी बाधा को दूर कर देने वाले भगवान गणेश जी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा का अपना अलग-अलग पुण्य फल है. जैसे हरिद्रा नाम की जड़ से तैयार किये गये गणपति जिसे हरिद्रा गणपति कहा जाता है, उनकी पूजा करने से शीघ्र विवाह की कामना पूरा होती है. वहीं स्फटिक के गणपति की पूजा करने से धन की बर्बादी रुकती हैं और कॅरिअर और कारोबार में वृद्धि होती है.
सिर्फ गणपति की अलग-अलग मूर्ति ही नहीं बल्कि गणेश शंख और गणेश यंत्र की पूजा एवं दर्शन से जीवन से जुड़े सारे दु:ख दूर होते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. गणपति की कृपा पाने के लिए रुद्राक्ष भी एक महाउपाय है. मान्यता है कि गणपति का आकार लिए हुए गणेश रुद्राक्ष की विधि-विधान से पूजा करने पर परीक्षा-प्रतियोगिता आदि में सफलता प्राप्त होती है.
यदि आपके पास गणपति की पूजा के लिए तमाम तरह की चीजें नहीं उपलब्ध हैं तो आप सिर्फ और सिर्फ दूर्वा चढ़ाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. मान्यता है कि दूर्वा अमृत के समान होती है और कभी भी नष्ट नहीं होती है. ऐसे में भगवान गणेश जी का आशीर्वाद पाने के लिए आज बुधवार के दिन उनकी पूजा में दूर्वा जरूर चढ़ाएं.
भगवान गणेश को चढ़ाई जाने वाली तमाम तरह की वनस्पतियों में शमी की पत्ती का विशेष् रूप से प्रयोग किया जाता है. गणपति को शमी की पत्तियां चढ़ाने पर अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है. ऐसे में जीवन से जुड़ी तमाम तरह की बाधाओं को दूर करने के लिए आज आप भगवान श्री गणेश की पूजा में शमी पत्र अवश्य चढ़ाएं.
किसी भी देवता की पूजा प्रसाद के बगैर अधूरी होती है. मान्यता है कि भगवान श्री गणेश को लड्डू और मोदक बहुत पसंद है. ऐसे में गणपति को प्रसन्न करने के लिए आज उनका पसंदीदा प्रसाद लड्डू अथवा मोदक जरूर चढ़ाएं.