इन राशियों पर शनिदेव की रहेगी टेढ़ी नजर
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह अपना राशि परिवर्तन करता है तो उसका सीधा असर समस्त जीवों पर पड़ता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह अपना राशि परिवर्तन करता है तो उसका सीधा असर समस्त जीवों पर पड़ता है। कलयुग के दंडाधिकारी शनि देव ने 29 अप्रैल को अपनी प्रिय राशि कुंभ में प्रवेश कर चुके हैं, अब उसी राशि में 5 जून को वक्री होने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी शनि देव गोचर करते हैं तो किसी राशि पर ढैय्या का प्रभाव शुरू होता है तो किसी को ढैय्या से मुक्ति मिलती है। शनि देव की इस उल्टी चाल से कई जातकों को प्रतिकूल परिणाम मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
मेष राशि (Aries): शनि वक्री के दौरान मेष राशि के जातकों को बेहद सावधान रहना होगा, चूंकि इस राशि पर राहु विराजमान हैं, इसलिए गलत कामों को करने से बचें। इसलिए नकारात्मक विचारों से दूर रहने की जरूरत है। कमजोर और बुजुर्ग व्यक्तियों की सेवा करें।
वृषभ राशि (Taurus): धन के मामले में सोच समझ कर निर्णय लेना होगा। साथ ही आशंका है कि इस समय अवधि में आपको चीजें आसानी से प्राप्त ना हो। साथ ही आपके जीवन में सुस्ती और आलस की स्थिति भी बन सकती है, इससे खुद को बचाएं। बड़ी पूंजी का निवेश करने जा रहे हैं, तो जल्दबाजी न करें।
मिथुन राशि (Gemini): मिथुन राशि वालों को शनि देव कर्म के महत्व को समझने के लिए कह रहे हैं। इस दौरान आपके जीवन में असुरक्षा की भावना आ सकती है जिससे भी आपको कुछ परेशानी होने की आशंका बनती नजर आ रही है। जिम्मेदारियों पर खरा उतरने का प्रयास करें। अपने रिश्ते के बीच समझ विकसित करने की आवश्यकता पड़ेगी।
सिंह राशि (Leo): शनि का यह परिवर्तन करियर के लिए पर्याप्त शुभ अवसर और आपके जीवन में मान सम्मान और अच्छे पद का शुभ अवसर लेकर भी आएगा। इस राशि के जो जातक व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें नया व्यापार शुरू करने का मौका मिल सकता है और इससे आपको अच्छा लाभ भी होगा।
कन्या राशि (Virgo): शनि के वक्री होने के दौरान कन्या राशि के जातकों को जॉब और बिजनेस में आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा कन्या राशि के जातकों के लिए करियर से संबंधित प्रयास और एक मजबूत प्रतिष्ठा का निर्माण करना इस समय अवधि में बेहद आसान और मुमकिन होगा। ऑफिस में आपके काम की सराहना होगी। आय में वृद्धि हो सकती है। परिश्रम में कमी न आने दें।
तुला राशि (Libra): शनि के वक्री हो के साथ ही तुला राशि के जातकों के करियर में कम समृद्धि की भी आशंका है। साथ ही धन से जुड़े कामों को सावधानी से काम लेना होगा, जीवन में अचानक से बाधा और परेशानी आ सकती है। जीवनसाथी की सलाह काम आ सकती है। इस दौरान रिश्ते में सामंजस्य बनाकर रखें।
धनु राशि (Sagittarius): शनि के वक्री होने के प्रभाव स्वरूप धनु राशि वालों को शनि नियम और अनुशासन का कठोरता से पालन करना होगा। धनु राशि के जातकों की आत्म विकास में वृद्धि देखने को मिलेगी। करियर के संबंध में आपको यात्रा करनी पड़ सकती है। विद्यार्थियों को अधिक मेहतन करने की जरूरत है।
मकर राशि और कुंभ राशि: शनि की साढ़े साती आप पर चल रही है। क्रोध और अहंकार न करें। इससे बने बनाए काम भी बिगड़ सकते हैं। निजी जीवन में साथी की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। इस दौरान की बचत करने में दिक्कत आ सकती है। अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। संभल कर खर्च करें।