Satyam Shivam Sundaram: शिवजी के इस मंदिर में पूजा जाता है भगवान के पैर का अंगूठा, जानें पौराणिक कथा
भगवान शिव (Bhagwan Shiv) को महादेव (Mahadev) भी कहा जाता है. कहते हैं जिस व्यक्ति ने इस जन्म में भोलेशंकर (Bholeshankar) को प्रसन्न कर लिया
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Shiv Ji Special Temple: भगवान शिव (Bhagwan Shiv) को महादेव (Mahadev) भी कहा जाता है. कहते हैं जिस व्यक्ति ने इस जन्म में भोलेशंकर (Bholeshankar) को प्रसन्न कर लिया, उसने जन्म-जन्मांतर के इस बंधन को हमेशा के लिए पार कर लिया. माना जाता है कि भोलेशंकर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. देशभर में भगवान शिव के कई चमत्कारी मंदिर है, जिनके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के संकट दूर हो जाते हैं. इन्हीं चमत्कारी मंदिरों में से एक है भगवान शिव का अचलेश्वर महादेव मंदिर (Achleshwar Mahadev Temple). यह मंदिर माउंट आबू से करीब 11 किलोमीटर दूर है. उत्तर में अचलगढ़ की पहाड़ियों पर शिवजी का एक प्राचीन मंदिर है. कहते हैं यहां उनके पैर के दाहिने पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे का रहस्य...