घर के मंदिर में शालिग्राम रखने के नियम
शालिग्राम की पूजा करते समय पंचामृत और चंदन का उपयोग करना चाहिए।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शालिग्राम का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि शालिग्राम भगवान विष्णु का विग्रह स्वरूप है। हिंदू धर्म में पूजा स्थल पर शालिग्राम को स्थापित करना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। अगर आपके घर में शालिग्राम है, तो कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। धार्मिक मान्यता के अनुसार शालिग्राम रखते समय कुछ नियमों का पालन नहीं किया गया, तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं, घर के मंदिर में शालिग्राम रखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- घर के मंदिर में अगर शालिग्राम स्थापित है, तो मांस, शराब, जुआ आदि चीजों से दूर रहें।
- शालिग्राम कभी भी अपने पैसों से खरीदें। उपहार में दिए गए शालिग्राम को घर के मंदिर में कभी न रखें, क्योंकि पूजा का फल उस व्यक्ति को मिलता है।
- शालिग्राम की पूजा करते समय कभी भी सफेद चावल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, हमेशा पिले चावल का उपयोग करें।
- अगर घर के मंदिर में शालिग्राम स्थापित है, तो नियमित रूप से पूजा-पाठ करें। अगर किसी कारणवश पूजा नहीं कर पा रहे हैं, तो माफी मांगते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
- घर के मंदिर में एक से ज्यादा शालिग्राम कभी भी स्थापित न करें।
- शालिग्राम को हमेशा तुलसी के पौधे के पास रखें, इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
- शालिग्राम की पूजा करते समय पंचामृत और चंदन का उपयोग करना चाहिए।