Sakat Chaturthi ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन सकट चतुर्थी व्रत को बेहद ही खास माना जाता है जो कि साल में एक बार आता है यह पर्व भगवान गणेश को समर्पित है इस दिन भक्त गणपति की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं।
पंचांग के अनुसार माघ मास में पड़ने वाली सकट चतुर्थी को सकट चौथ और तिल चतुर्थी भी कहा जाता है। जो कि इस साल 17 जनवरी दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा पाठ के दौरान अगर गणपति की प्रिय आरती की जाए तो भगवान शीघ्र प्रसन्न होकर कृपा करते हैं और दुख दूर कर देते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान गणेश की आरती।
भगवान गणेश की आरती—
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी
माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
हार चढ़ै, फूल चढ़ै और चढ़ै मेवा
लड्डुअन को भोग लगे, संत करे सेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
दीनन की लाज राखो, शंभु सुतवारी
कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
सकट चौथ पर इस मुहूर्त में करें पूजा—
आपको बता दें कि सकट चौथ 17 जनवरी दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन चंद्रोदय शाम को 9 बजकर 18 मिनट पर होगा। इसके पहले भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं चंद्रोदय होने का समय स्थान के अनुसार अलग अलग हो सकता है।