गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण पर बरतें ये सावधानी

Update: 2023-10-09 15:11 GMT
हिंदू धर्म में ग्रह काल को शुभ नहीं माना जाता है फिर चाहे वह सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण। मान्यता है ये वक्त भगवान पर संकट का समय होता है ऐसे में इस दौरान कई सारे कार्यों की मनाही होती है जिसमें मांगलिक कार्य भी करना उचित नहीं होता है। इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अश्विन मास की अमावस्या यानी 14 अक्टूब को लगने जा रहा है।
इसी दिन पितृपक्ष का समापन हो रहा है। ऐसे में जो महिलाएं गर्भवती है उन्हें इस दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा वरना ग्रहण का अशुभ प्रभाव संतान पर पड़ सकता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि आश्विन अमावस्या पर गर्भवती महिलाओं को कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।
गर्भवती महिलाएं बरतें ये सावधानी—
ज्योतिष अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए बल्कि उन्हें घर में ही रहना चाहिए। इसके अलावा ग्रहण को नंगी आंखों से न दें। गर्भवती महिलाओं को तो भूलकर भी सूर्य को इस दौरान नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से संतान को परेशानी हो सकती है इसके अलावा ग्रहण काल में सोने से परहेज करना चाहिए।
इस दौरान सुई, कैंची, चाकू जैसी नुकीली चीजों का प्रयोग भी करना वर्जित है। ग्रहण काल के समय महिलाओं को किसी भी प्रकार का भारी सामान नहीं उठाना चाहिए और ना ही किसी तरह का जोखिम लेने वाला काम करें। ग्रहण काल के दौरान न तो भोजन बनाना चाहिए और ना ही खाना चाहिए। ऐसा करना सेहत संबंधी परेशानियां बढ़ाता है।
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