कोई भी व्यक्ति कर्ज (Loan) के बोझ में नहीं दबना चाहता लेकिन कई बार परिस्थितियों के आगे मजबूर होकर कर्ज या लोन लेना पड़ता है. वहीं, आर्थिक स्थिति मजबूत ना होने के कारण कर्ज से जल्दी छुटकारा मिलना भी मुश्किल होता है. वास्तु दोष (Vastu Dosh) भी इसका कारण हो सकता है.
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार कई बार व्यक्ति कर्ज में इतना डूब जाता है कि एक लोन उतरने से पहले ही दूसरा लेने की नौबत तक आ जाती है. इस स्थिति से छुटकारा नहीं मिलने के कारण व्यक्ति तनाव में घिर जाता है. वास्तु के अनुसार यदि छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए तो कर्ज (Debt) के बोझ को कम किया जा सकता है.
वास्तु के अनुसार घर में बाथरूम दक्षिण-पश्चिम हिस्से में नहीं होना चाहिए. इस दिशा मे बाथरूम बना होने से कर्ज में डूब सकते हैं. लेकिन अगर दक्षिण-पश्चिम दिशा में बाथरूम बन ही गया है तो उसके कोने में एक कटोरी में नमक भरके रख दें. इससे वास्तु दोष दूर होता है.
वास्तु के अनुसार यदि लोन लिया है तो उसकी पहली किस्त मंगलवार को चुकानी चाहिए. ऐसा करने से कर्ज से बहुत जल्दी छुटकारा मिल सकता है.
यदि घर-दुकान में कांच या शीशा लगा हो तो इसके लिए हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए. ऐसा करने से कर्ज का बोझ नहीं बढ़ता.
कुछ लोग खाना खाने के बाद बर्तन झूठे ही छोड़ देते हैं. वास्तु के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना जाता है. इससे धन की हानि होने के साथ घर में दरिद्रता बढ़ती है.
अपने घर या दुकान में धन की देवी लक्ष्मी तथा धन के देवता कुबेर की प्रतिमा उत्तर दिशा में स्थापित करने के बाद नियमित रूप से उनकी पूजा करने से कर्ज से जल्दी मुक्ति मिलती है.