कई लोग होते हैं जिन्हें अपने घर में बाग़-बगीचा लगाना पसंद होता हैं और जगह कम हो तो लोग गमले लगाना पसंद करते हैं। धार्मिक लिहाज से भी पौधों का बहुत महत्व हैं जिनमें देवों का निवास माना जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि ये पौधे आपकी किस्मत को पलटने का काम करते हैं जो संवार भी सकते है, तो बर्बाद भी कर सकते हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती हैं पौधों से जुड़े नियमों की सही पालना की। आज इस कड़ी में हम आपको पौधों से जुड़े इन्हीं नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं कि किस दिशा या कौनसा पौधा आपके घर के लिए उचित रहेगा। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
घर की खुशियों को तहस-नहस कर सकती हैं पौधों की यह दिशा
वास्तु के अनुसार घर में बाग-बगीचे हमेशा पश्चिम, उत्तर और पूर्व दिशा में होने चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि इस दिशा में हमेशा सफेद, पीले या फिर लाल रंग के फूल लगाने चाहिए। गलती से भी आग्नेय कोण में बाग-बगीचे न बनवाएं। यह घर की खुशियों को तहस-नहस कर सकते हैं।
तुलसी पौधे के दिशा नियम
वास्तु के अनुसार घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। लेकिन इसे पूर्व दिशा में ही रखें। लेकिन रामा और श्यामा तुलसी को उत्तर दिशा में लगाएं। आंकड़े के वृक्ष तो बिल्कुल न लगाएं घर में, इससे घर की महिलाओं को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही थोर का पौधा भी घर पर न लगाएं।
ऐसे पौधे होते हैं अत्यंत शुभ
वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में गूलर और पारिजात का पौधा लगाना चाहिए। ये पौधा अत्यंत शुभ होता है। इसके अलावा ध्यान रखें कि नैऋत्य दिशा में खड्ढा खोदकर वृक्ष व अन्य पौधे कभी भी नहीं लगाने चाहिए क्योंकि वहां दैत्यों का वास होता है। घर के आसपास कैरी, जामुन और नीम के पौधे जरूर लगाने चाहिए, ये अत्यंत शुभ होते हैं। इससे घर-परिवार में खुशियां बनी रहती हैं।
ऐसे पौधों से नष्ट होते हैं रोग-शोक
वास्तु के अनुसार घर के प्रवेश द्वार पर कभी भी पेड़ नहीं लगाना चाहिए। लेकिन शुभ वृक्ष कहे जाने वाले पौधे गुलाब, तुलसी, मोगरा और चमेली के पौधे लगाने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर-परिवार में रहने वाले सभी जातकों के रोग-शोक दूर हो जाते हैं। लेकिन कभी भी घर के कंपाउड में या बीचोबीच में कोई पौधा न लगाएं। हालांकि घर के पूर्व-उत्तर दिशा में छोटे-छोटे पेड़ पौधे लगा सकते हैं।