Palmistry: क्या आप जानते हैं कि हस्तरेखा में आपको होने वाली बीमारियों के बारे में भी संकेत छुपे होते हैं। हस्तरेखा विज्ञान में हृदय रेखा के बारे में भी लिखा गया है। हथेली की हृदय रेखा सिर्फ आपकी बीमारियों के बारे में ही नहीं बताती बल्कि इससे मन से जुड़े सभी दुख-सुख संवेदनाएं, रक्त प्रवाह, हृदय शक्ति का संकेत भी मिलता है।
हथेली में कहां होती है हृदय रेखा
तर्जनी व मध्यमा के मध्य भाग अथवा गुरु पर्वत व शनि पर्वत के मध्य भाग में से व मध्यमा के नीचे शनि पर्वत के नीचे से निकलती है व इसका समापन बुध पर्वत व रक्षात्मक मंगल के बीच होता है। अगर यह रेखा का संबंध सही रेखाओं से होता है तो व्यक्ति को जीवन में सबकुछ प्राप्त होता है। ऐसे लोगों को जीवन की हर खुशी मिलती है।
कैसी हृदय रेखा होने पर संतान प्राप्ति में आती है परेशानी
हृदय रेखा जंजीरनुमा हो और शुक व चंद्र पर्वत उन्नत हो तो जातक Imaginativeऔर अव्यवहारिक ख्यालों में ही रहता है। ऐसे में मस्तिष्क रेखा नीचे आते हुए चंद्र पर्वत पर आकर गिरती हो, तो जातक हमेशा भय में या परेशान रहता है। जंजीरनुमा हृदय रेखा स्त्रियों में मेस्टुअल की प्रॉब्लम हो सकती है। साथ ही शादी के बाद संतान उत्पन्न होने में भी परेशानी हो सकती है।
व्यक्ति को कब होती है दिल की बीमारी
आपको जानकर हैरानी होगी कि हस्तरेखा से भी आपको दिल की बीमारियों का संकेत मिल जाता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार अगर हृदय रेखा सूर्य पर्वत या बुध पर्वत के नीचे टूटी हुई हो, तो जातक को हार्ट अटैक आ सकता है या उसे भविष्य में दिल की बीमारियों का खतरा हो सकता है।
आंखों की बीमारी कब हो सकती है
सूर्य पर्वत के नीचे हृदय रेखा टूटी हुई हो या हृदय रेखा पर द्वीप जैसी आकृति हो, तो नेत्र रोग होने की संभावनाएं रहती है। दोषपूर्ण-दुर्बल हृदय रेखा वाले जातकों में आत्मविश्वास की कमी होती है। दोषपूर्ण हृदय रेखा के साथ-साथ यदि उंगलियां अकड़ी हुई सी मोटी हो और अंगूठा मूल तर्जनी के पास हो, कम खुलता हो और अंगूठा लचकदार न हो तो जातक बहुत जिद्दी होता है।
कटी-फटी और पतली रेखा अच्छी मानी जाती है
यदि यह रेखा छोटी होती है व्यक्ति में संवेदनशीलता की कमी होती है। इसके विपरीत यह गहरी व लंबी हो अर्थात हथेली के अंतिम किनारे के बाहर निकल जाए, तो व्यक्ति प्रेम को महत्व देता है। बिना कटी फटी, पतली, गहरी रेखा सेहत के लिहाज से अच्छी मानी जाती है।Palmistry के अनुसार अगर हृदय रेखा मोटी होती है, तो इससे पता चलता है कि उस व्यक्ति में खून की कमी है।