जन्माष्टमी पर बाल-गोपाल को लगाएं उनकी पसंदीदा माखन मिश्री का भोग
19 अगस्त को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस त्योहार पर लोग तरह-तरह के पकवान, मिठाइयां और प्रसाद बनाते हैं।
19 अगस्त को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस त्योहार पर लोग तरह-तरह के पकवान, मिठाइयां और प्रसाद बनाते हैं। भगवान को पूरे 56 तरह के पकवानों का भोग लगाया जाता है। मानते हैं कि छप्पन भोग में एक हफ्ते में रोजाना 7 तरह के भोग लगते हैं इसलिए इसे 56 भोग का नाम दिया गया है। इसमें कई तरह की मिठाइयां बना सकते हैं। ड्राई फ्रूट की मिठाई से लेकर आटे की मिठाई तक मिठाइयां बनाई जाती हैं। नमकीन व्यंजनों का भी भोग लगाया जाता है। मतलब हर उस पकवान को भोग में शामिल किया जाता है जो बाल-गोपाल को पसंद है।
जन्माष्टमी में खीरा भी चढ़ाया जाता है। लोगों की मान्यता है कि दही का पंचामृत बनाकर कान्हा जी का अभिषेक किया जाता है। धनिया की पंजीरी बनाई जाती है। ड्राई फ्रूट की पंजीरी, धनिया की पंजीरी आदि जो जन्म के समय माताओं को खाने के दिया जाता है। ज्यादातर वही चीज़ें पंजीरी में भी डाली जाती हैं।
भगवान को भोग में मीठी और नमकीन हर तरह की चीज़ें चढ़ा सकते हैं लेकिन उन्हें मक्खन मिश्री सबसे ज्यादा पंसद है। यों कहें कि इसके बिना जन्माष्टमी का त्योहार ही अधूरा है। तो आप आसानी से बहुत ही कम चीज़ों से बना सकते हैं माखन मिश्री भोग। आइए जानते हैं इसकी रेसिपी।
सामग्री
1/2 कप मलाई, चुटकीभर केसर, 4-5 बड़े चम्मच मिश्री, 6-7 बर्फ के टुकड़े और 2 से 3 पुदीने की ताजी पत्तियां।
विधि
मिक्सी में आइस क्यूब्स डालें और मलाई डालकर खूब चलाएं।
- मक्खन बनने लगेगा। इसे निकालकर केसर, मिश्री डालें और ऊपर से पुदीने की पत्तियों से सजाकर भोग लगाएं।