विवाह में आ रही हैं बाधाएं? हरतालिका तीज पर इस महामंत्र से दूर होगी हर समस्या

अक्सर आपने देखा होगा कि विवाह योग्य उम्र होने के बावजूद रिश्ता तय होने में बड़ी समस्याएं आती हैं।

Update: 2022-09-02 16:50 GMT
  1. अक्सर आपने देखा होगा कि विवाह योग्य उम्र होने के बावजूद रिश्ता तय होने में बड़ी समस्याएं आती हैं। अगर आपका रिश्ता भी बार-बार तय होकर टूट जाता हो या विवाह होने में बाधाएं आ रही हैं तो इस हरितालिका तीज पर एक विशेष मंत्र का जाप करें।
Hartalika Teej 2022हरतालिका तीज पर करें इस महामंत्र का जाप होंगी समस्या दूर मुख्य बातें30 अगस्त को रखा जाएग हरतालिका तीज का व्रतमनचाहा वर पाने के लिए ऐसे करें शिव-पार्वती की उपासनाविवाह संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए करें इस मंत्र का जाप
हरितालिका तीज का व्रत विवाह और वैवाहिक संबंधों को उत्तम बनाने वाला पर्व है। इस दिन छोटे से उपाय से विवाह से जुड़ी हर समस्या का समाधान पाया जा सकता है। अक्सर आपने देखा होगा कि विवाह योग्य उम्र होने के बावजूद रिश्ता तय होने में बड़ी समस्याएं आती हैं। अगर आपका रिश्ता भी बार-बार तय होकर टूट जाता हो या विवाह होने में बाधाएं आ रही हैं तो इस हरितालिका तीज पर एक विशेष मंत्र का जाप करना उत्तम होगा।
हरितालिका तीज भगवान शिव और मां पार्वती की संयुक्त उपासना का पर्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए थे और पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। तभी से हरतालिका तीज का व्रत करने की परंपरा चली आ रही है। इस दिन कुंवारी कन्याएं योग्य वर पाने के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करती हैं।
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हरतालिका तीज का मुहूर्त
इस साल हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन प्रात: काल करीब साढ़े छह बजे से 8 बजकर 33 मिनट तक पूजा का अबूझ मुहूर्त रहेगा। इसके बादशाम 06 बजकर 33 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 51 मिनट तक प्रदोष काल में पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त है।
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हरितालिका तीज का महामंत्र
विवाह संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए हरतालिका तीज पर श्रद्धा पूर्वक एक विशेष मंत्र का जाप करें। मंत्र है- 'हे गौरीशंकर अर्धांगी यथा त्वां शंकर प्रिया। तथा माम कुरु कल्याणी , कान्तकांता सुदुर्लभाम।।' इस मंत्र के जाप से मनचाहे और योग्य वर की प्राप्ति होती है। मंत्र का जाप संपूर्ण श्रृंगार करके ही करें। मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें। शाम के समय मंत्र जाप करना सर्वोत्तम होगा।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
न्यूज़ क्रेडिट ":खुलासा इन 
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