सनातन धर्म में आस्था रखने वालों के लिए अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का विशेष महत्व है. मथुरा के वृंदावन में स्थित बांके बिहारी मंदिर में अक्षय तृतीया के अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाता है. आपको बता दें कि बांके बिहारी धाम के लिए अक्षय तृतीया का अवसर बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है. दरअसल, अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का पर्व यहां पर बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस शुभ पर्व के दिन बांके बिहारी मंदिर में सबके आराध्य ठाकुर बांके बिहारी महाराज अपने चरण दर्शन व सर्वांग दर्शन देंगे. आपको बता दें कि साल भर में सिर्फ एक दिन ही बांके बिहारी के चरणों के दर्शन किए जा सकते हैं, बाकी दिन पैरों के दर्शन नहीं किए जा सकते हैं. इसलिए अक्षय तृतीया का पर्व और भी खास हो जाता है.
ठाकुर बांके बिहारी महाराज में श्रद्धा रखने वाले लाखों-करोड़ों भक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं और कई कई दिन पहले से यहां पर आकर बैठ जाते हैं, ताकि वह ठाकुर जी के दर्शन कर के अपना जीवन धन्य कर सकें. मान्यतानुसार, ठाकुर जी के चरण के विलक्षण दर्शन करने वाले की हर मनोकामना पूर्ण होती है. यही कारण है कि अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर आराध्य के चरण दर्शन को देश दुनिया से लाखों भक्त वृंदावन में डेरा डालकर आराध्य के चरणों की एक झलक पाने का इंतजार करते हैं.
इस बार अक्षय तृतीया का पर्व 22 अप्रैल को पड़ रहा है, जो कि 23 अप्रैल तक रहने वाला है. ऐसे में भारी संख्या में देशी विदेशी लोग ठाकुर बांके बिहारी के चरणों के दर्शन करने की कामना रखते हैं, तो आपको बता दें कि इस बार इस दिन सुबह लगभग 7.45 पर ठाकुर जी के मंदिर के कपाट खुल जाएंगे और भक्त अपने आराध्य के दर्शन करेंगे. वहीं शाम को लगभग 5.30 बजे पट खोले जाएंगे. ऐसे में आप धाम पहुंचकर ठाकुर जी के दर्शन कर सकते हैं और अपना कल्याण कर सकते हैं.