मंगलवार के दिन अवश्य करें ये आसान उपाय, होगा लाभ और बदल जाएगी जिंदगी
आज साल 2021 के जून महीने का तीसरा मंगलवार है। मान्यता के मुताबिक मंगलवार का संबंध जहां मंगल ग्रह से है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज साल 2021 के जून महीने का तीसरा मंगलवार है। मान्यता के मुताबिक मंगलवार का संबंध जहां मंगल ग्रह से है वहीं इसे हनुमान जी का दिन भी कहा जाता है। इतना ही नहीं मंगल (Mangal) को ऊर्जा का कारक माना जाता है। संकट या परेशानी के समय मनुष्य की ऊर्जा में हानि होती है।
वैदिक ग्रंथों में मंगल का दिन सबसे शुभ और कल्याणकारी माना गया है। इसी दिन भक्तराज हनुमान अपने भक्तों की सुध लेते हैं। अगर आपको लग रहा है कि सफलता हाथ लगते-लगते चूक जाती है और कहीं भी कामयाबी हासिल नहीं हो रही है, तो मंगलवार को कुछ उपाय करें। आपको निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा और बंद किस्मत का ताला खुल जाएगा।
भागदौड़ भरी जिदगी और काम के दबाव की वजह से लोग धैर्य और सहनशक्ति खोते जा रहे हैं। लोग बात-बात पर चिढ़ जाते हैं और वो अपने पर काबू नहीं रख पाते हैं, उन्हें क्रोध आ जाता है, वो आपा खो बढ़ते हैं और सामने वाले पर गुस्सा करने लगते हैं। जबकि सामान्य तौर पर देखा जाता है कि उन विषयों के बातचीत के जरिए भी सुलझाया जा सकता है, लेकिन गुस्से में लोग बहुत कुछ कर जाते हैं जो नुकसानदेह होता है। क्रोध से सामने वाले का कम अपना ज्यादा नुकसान होता है।
मान्यता के मुताबिक यदि संकटग्रस्त व्यक्ति मंगलवार के दिन हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय करें तो कुछ ही समय में उसकी परेशानी दूर हो सकती है और किस्मत भी बदल सकती है।
गुस्से पर काबू पाने के उपाय
- मंगलवार के दिन सुबह सवेरे नहा धोकर व्रत का प्रण लें और हनुमान जी की पूजा करें। विधिपूर्वक किए गए व्रत से आप कुछ ही दिनों में खुद में बदलाव महसूस करेंगे
- अगर हर दिन संभव न हो तो मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। यह अत्यंत शुभ फलदायी होता है। इससे आपका मन शांत होगा और बुरे विचार दूर होते हैं।
- सुंदर कांड के पाठ करने से भी क्रोध पर काबू पाया जा सकता है। कम से कम मंगवार के दिनसुंदर कांड का पाठ जरूर करें, लाभ होगा
- मंगलवार के दिन बजरंग बली को सिंदूरी रंग का चोला चढ़ाने से न केवल क्रोध पर काबू पाया जा सकता है बल्कि जीवन की अन्य परेशानियां भी दूर की जा सकती है।
- मंगलवार दिन तुलसी के पत्ते पर सिंदूर से राम लिखकर हनुमान जी के चरणों में अर्पित करने से मन, मस्तिष्क शांत रहता है। इससे मन में नकारात्मक विचार नहीं आते और कलह-कलेश दूर रहता है।