बुध का मिथुन राशि में करेंगे प्रवेश, जानिए इन राशि के लोगों को होगा फायदा
ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 2 जुलाई की सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर वृषभ राशि की यात्रा समाप्त करके अपनी राशि मिथुन में प्रवेश कर रहे हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 2 जुलाई की सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर वृषभ राशि की यात्रा समाप्त करके अपनी राशि मिथुन में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 16 जुलाई की मध्य रात्रि 12 बजकर 10 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध का राशि परिवर्तन विशेष करके अपनी ही राशि में गोचर करना युवाओं के लिए वरदान की तरह है। सभी राशियों के लिए इनका राशि परिवर्तन कैसा रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि-
आपकी राशि से पराक्रम भाव में गोचर करते हुए बुध आपके स्वभाव में सौम्यता लाएंगे। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। परिवारिक सहयोग मिलेगा। कोई बड़ा व्यापार आरंभ करना हो अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अति अनुकूल रहेगा। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। संतान संबंधी चिंता में कमी आएगी।
वृषभ राशि-
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए बुध आर्थिक पक्ष मजबूत करेंगे। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। अपने सौम्य स्वभाव और वाणी कुशलता के बलपर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे। पैतृक संपत्ति प्राप्ति के योग बनेंगे। किसी भी तरह का विवाद चल रहा होगा तो वह भी हल होगा। मकान अथवा वाहन क्रय कर सकते हैं। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार एवं चर्म रोग संबंधी समस्याओं से सावधान रहें।
मिथुन राशि-
अपनी ही राशि में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है इस राशि पर बुध के गोचर करते रहने के फलस्वरूप आप जैसी सफलता चाहे हासिल कर सकते हैं। काफी दिनों से चली आ रही समस्याओं का समाधान निकलेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नौकरी में भी पदोन्नति तथा मान-सम्मान की वृद्धि होगी। विवाह संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी। संतान संबंधी चिंता भी दूर होगी।
कर्क राशि-
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए बुध कई तरह के अप्रत्याशित उतार चढ़ाव का सामना करवाएंगे। विदेश यात्रा का संयोग बनेगा। विद्यार्थी वर्ग यदि विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाने का प्रयास कर रहे हैं तो उनके लिए अच्छा अवसर है। विदेशी नागरिकता के लिए प्रयास करना भी सफल रहेगा। उच्चाधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें। अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि-
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए बुध हर तरह से बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। प्रेम संबंधी मामलों में भी प्रगाढ़ता आएगी। केंद्र अथवा राज्य सरकारके विभागों के प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। अपनी ऊर्जाशक्ति के बल पर कठिन हालात को भी आसानी से नियंत्रित कर लेंगे। नीतियों को गोपनीय रखेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
कन्या राशि-
राशि से दशम कर्मभाव में गोचर करते हुए बुध कार्य व्यापार में उन्नति तो देंगे ही समाज के संभ्रांत लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। काफी दिनों के प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। किसी भी तरहके राजनैतिक पद के लिए प्रयास कर रहे हैं तो सफल रहेंगे। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। जो लोग नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे। मित्रों तथा संबंधियों से भी सुखद समाचार प्राप्ति के योग फिर भी यात्रा सावधानीपूर्वक करें,सामान चोरी होने से बचाएं।
तुला राशि-
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए बुध बेहतरीन सफलता दिलाएंगे यद्यपि भागदौड़ की अधिकता रहेगी। कार्य-व्यापर में नई नई चुनौतियां पेश होंगी किंतु,सभी का हल निकालने में सफल रहेंगे। धर्म और अध्यात्म के प्रति भी रुचि बढ़ेगी। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य भी करेंगे। संतान संबंधी चिंता दूर होगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी यहाँ तक कि,प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा।
बृश्चिक राशि-
राशि से अष्टम भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव मिलाजुला ही रहेगा। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार तथा चर्म रोग से संबंधित समस्या से सावधान रहना होगा। गुप्त शत्रुओं से बचें। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा कि कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। हो सकता है कार्य-व्यापार आरंभ करने में कुछ अड़चनें आए किंतु आप परेशान न हों इसका निवारण भी शीघ्रता से होगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से संबंध बिगड़ने न दें।
धनु राशि-
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए बुध हर तरह से बेहतरीन सफलता दिलाने वाले रहेंगे। शादी-विवाह से संबंधित मामलों में सफलता मिलेगी। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। जमीन-जायदाद अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उसे दृष्टि से भी सफल रहेंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के टेंडर का आवेदन करना चाह रहे हों तो भी कामयाब रहेंगे। इस अवधि के मध्य साझा व्यापार करने से परहेज करें।
मकर राशि-
राशि से छठे शत्रुभाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहेगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी दिक्कतें आ सकती हैं इसीलिए बेहतर रहेगा कि विवादित मामले बाहर ही सुलझा लें। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में देने से बचें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं से सावधान रहें। घूमने फिरने तथा धर्म-कर्म के कार्यों पर भी अधिक व्यय होगा।
कुंभ राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित सुखद परिणाम दिलायेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए तो यह समय किसी वरदान से कम नहीं है। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। संतान संबंधी चिंता भी दूर होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। उच्चाधिकारियों से संबंध मजबूत होंगे। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग मिलेगा। अवसर बेहतरीन है लाभ उठाएं।
मीन राशि-
राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए बुध सुखद परिणाम ही दिलाएंगे। मित्रों तथा संबंधियों से भी लाभ के योग। शासन सत्ता का भी पूर्ण सहयोग मिलेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न तो होंगे ही किसी भी तरह की सर्विस के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। अपनी योजनाओं को तब तक गोपनीय रखें,जबतक कि उसे पूर्ण न कर लें।