शिव जी को करें प्रसन्न, पढ़ें मासिक शिवरात्रि व्रत की कथा
आज शिव भक्तों ने मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज शिव भक्तों ने मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा है. आज लोगों ने घर में ही भगवान शिव (Lord Shiva), माता पार्वती और गणेश जी, कार्तिकेय व नन्दी जी की पूजा-अर्चना की. इसके अलावा शिव जी को बेलपत्र, दूध, जल अर्पित किया और मनोकामना पूरी होने की मुराद मांगी. पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार, मां लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती ने भी अपने उद्धार के लिए ये व्रत रखा था. ज्योतिषीय शास्त्र के अनुसार, आज प्रीति और आयुष्मान योग बन रहे हैं जोकि बेहद शुभ माने जाते हैं. इस योग में किए गए मंगल कार्य अवश्य फलीभूत होते हैं.
मासिक शिवरात्रि व्रत पर हर साल भक्त मंदिर जाकर पूजा अर्चना करते हैं लेकिन इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus second wave) की वजह से लगे लॉकडाउन (Lockdown)के कारण ऐसा संभव और सुरक्षित नहीं है. ऐसे में घर पर मासिक शिवरात्रि व्रत की पूजा अर्चना करें और व्रत कथा का पाठ करें. आइए पढ़ें मासिक शिवरात्रि व्रत की कथा...
मासिक शिवरात्रि व्रत की कथा:
पौराणिक कथाओं और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, शिव जी महाशिवरात्रि के दिन मध्य रात्रि के समय शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे. उनके शिवलिंग में प्रकट होने के बाद सबसे पहले उनकी पूजा भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु ने की थी. तब से लेकर आज तक इसी दिन भगवान शिव का जन्मदिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
पुराणों में भी शिवरात्रि पर किए जाने ल्रत का जिक्र किया गया है. शास्त्रों के अनुसार, माता लक्ष्मी, मां सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती जैसे देवियों ने भी अपने जीवन के उद्धार के लिए शिवरात्रि का व्रत किया था. मासिक शिवरात्रि से सुख और शांति प्राप्त होती है. माना जाता है कि यह व्रत संतान प्राप्ति, रोगों से मुक्ति पाने के लिए भी किया जाता है.