वैशाख पूर्णिमा पर लग रहा है चंद्र ग्रहण, अशुभ छाया से बचने के लिए करें ये उपाय

इस बार वैशाख पूर्णिमा (Vaisakh Purnima) 26 मई को पड़ रही है

Update: 2021-05-15 10:10 GMT

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का खास महत्व होता है. इस बार वैशाख पूर्णिमा (Vaisakh Purnima) 26 मई को पड़ रही है. इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था है. इसलिए इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है. इस बार वैशाख पूर्णिमा पर साल का पहला चंद्रग्रहण लग रहा है. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए हम तमाम तरह के उपाय करते हैं. इस बार उपछाया चंद्र ग्रहण है. आइए जानते हैं कि वैशाख पूर्णिमा के दिन लगने वाले चंद्र ग्रहण की अशुभ छाया से बचने के लिए क्या करना चाहिए.

चंद्र ग्रहण क्यों है खास
इस साल का पहला चंद्रगहण 26 मई को लगने जा रहा है. ये उपछाया चंद्रग्रहण होगा. चंद्र ग्रहण के समय सूतक काल के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं होता है. ये चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिक में दिखाई देगा. हालांकि भारत में चंद्र ग्रहण उपछाया के रूप में दिखेगा. इसलिए सूतक काल नहीं होगा. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस दिन क्या करना चाहिए.
वैशाख पूर्णिमा पर क्या करना चाहिए
वैशाख पूर्णिमा के दिन सुबह- सुबह स्नान कर व्रत करने का संकल्प लें. इस दिन स्नान करने के बाद भगवान सूर्य के मंत्रों का उच्चारण करते हुए अर्घ्य देना चाहिए. फिर भगवान मधुसूदन की पूजा करनी चाहिए और नैवेद्य चढ़ाएं और बाद में दान -दक्षिणा करें. पूर्णिमा तिथि को स्नान और दान- पुण्य करने का विशेष महत्व होता है.
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, चंद्रमा को मन का स्वामी माना जाता है. पूर्णिमा का प्रभाव हर व्यक्ति के मन पर पड़ता है. इस दिन चंद्र देव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. पूर्णिमा तिथि को चंद्र देव की पूजा अर्चना करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है. इससे आपकी सभी परेशानियां दूर होती है. जिन लोगों की सेहत खराब रहती है उन्हें चंद्रमा की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए. इससे आपकी सेहत में जल्दी सुधार होगा.


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