वैदिक ज्योतिष में राहु-केतु अशुभ ग्रह की संज्ञा दी गई है। इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु होते हैं वे अशुभ, अवसाद, अज्ञात भय, व्यापार में हानि और भाग्य की कमी वाले होते हैं। साथ ही जब इन ग्रहों की महादशा व्यक्ति के ऊपर से चलती है। तो उसके मन में मानसिक तनाव और भ्रम की स्थिति महसूस होती है। हम आपको राहु-केतु से जुड़े कुछ कपूर के उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने से आप राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही घर की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
राहु-केतु दोष से मुक्ति मिल सकती है
यदि आपका बना हुआ कार्य दूषित हो जाता है। साथ ही बार-बार दुर्घटनाएं होने पर आपकी कुंडली में राहु-केतु का अशुभ प्रभाव हो सकता है। इसके लिए आपको भीमसेनी कपूर लेकर उसे शुद्ध गाय के घी में डुबाना होगा। इसके बाद रोज शाम को घर में कपूर जलाएं और उसकी परिक्रमा करें। ऐसा करने से आपको राहु-केतु दोष से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही रुके हुए काम भी शुरू होंगे।
वास्तु दोष और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिल सकती है
अगर आपके घर में वास्तु दोष है। मतलब अगर आपका किचन, बाथरूम वास्तु के अनुसार नहीं बना है तो वहां भीमसेनी कपूर के दो टुकड़े रख दें और उसे हवा में घुलने दें। ऐसा करने से वास्तु दोष के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट किया जा सकता है।
आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है
आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए रात को रसोई का काम खत्म करने के बाद चांदी के बर्तन में लौंग और कपूर जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है। साथ ही सुबह उठकर पानी में कपूर के तेल की कुछ बूंदे डालने से भाग्य में वृद्धि होती है। फिर उस जल से स्नान करें। ऐसा करने से आपको भाग्य का साथ मिलना शुरू हो जाएगा। साथ ही गरीबी से भी मुक्ति मिल सकती