आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में
हर माह दोनों पक्षों की चतुर्थी गणेश जी को समर्पित
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर माह दोनों पक्षों की चतुर्थी गणेश जी को समर्पित है. किसी भी माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य और किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश जी के पूजन के साथ की जाती है. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. गणेश जी को विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है.
इस बार विनायक चतुर्थी 6 अप्रैल, 2022 की पड़ रही है. भगवान गणेश के भक्त इस दिन विधि-विधान से पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं. भगवान गणेश रिद्धि-सिद्धि के दाता और शुभ लाभ के प्रदाता भी है. विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से ज्ञान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में.
विनायक चतुर्थी तिथि और मुहूर्त 2022
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. चैत्र माह में विनायक चतुर्थी 6 अप्रैल के दिन पड़ रही है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा-उपासना की जाती है. इस बार विनायक चतुर्थी 05 अप्रैल को 08:35 पीएम से शुरू हो कर 06 अप्रैल को 09 बजकर 11 मिनट पीएम पर समाप्त होगी. हिंदू धर्म में मान्यता है कि गणेश जी की पूजा दोपहर के समय की जाती है.
विनायक चतुर्थी पूजन विधि
विनायक चतुर्थी के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त हो कर गणेश जी के आगे व्रत का संकल्प लें. पूजन के समय पीले रंग के वस्त्र धारण करें. अब पूजन के दौरान गणेश जी को लाल सिंदूर से तिलक करें. इसके बाद धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य आदि अर्पित करें. मान्यता है कि गणेश जी को पूजा के समय लड्डू और दूर्वा का भोग अवश्य लगाएं. इसके बाद भगवान गणेश के मंत्रों और स्तुति का पाठ करें. पूजन के आखिर में आरती अवश्य करें.