Gajkesari Yog में आज मनाई जा रही कृष्ण जन्माष्टमी, इस मुहूर्त में होगी पूजा

Update: 2024-08-26 08:41 GMT
Gajkesari Yog ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन कृष्ण जन्माष्टमी को बहुत ही खास माना गया है जो कि भगवान कृष्ण की साधना आराधना को समर्पित दिन होता है इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना और व्रत का विधान होता है। मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से प्रभु की कृपा बरसती है।
 पंचांग के अनुसार इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व 26 अगस्त दिन सोमवार यानी आज देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी शुभ दिन पर भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस साल की जन्माष्टमी कई मायनों में बेहद खास होने जा रही है इसके पीछे का सबसे मुख्य कारण इसका शुभ समय है। इस साल जन्माष्टमी पर वही योग बन रहा है जो द्वापर युग में भगवान कृष्ण के जन्म के समय बने थे। ऐसे में इस साल शुभ मुहूर्त में पूजा करना भक्तों के लिए लाभकारी होगा। तो आज हम आपको कृष्ण जन्माष्टमी पर कान्हा की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 26 अगस्त दिन सोमवार यानी आज कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है। जन्माष्टमी पर बेहद शुभ योग का निर्माण है। पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 26 अगस्त दिन सोमवार को सुबह 3 बजकर 40 मिनट से आरंभ हो चुकी है जो कि दोपहर 2 बजकर 20 मिनट तक रहेगी।
 जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र दोपहर 3 बजकर 55 मिनट से आरंभ होगा और 27 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 38 मिनट तक अष्टमी तिथि रहेगी। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 12 बजे से 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस साल कान्हा की पूजा के लिए भक्तों को कुल 45 मिनट का समय प्राप्त हो रहा है। इसके अलावा व्रती 27 अगस्त को सुबह 11 बजे अपना व्रत तोड़ सकते हैं।
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