जानिए महामृत्युंजय मंत्र जाप के दौरान बरतें ये सावधानियां
सावन का पवित्र महीना चल रहा है। सावन माह भगवान शिव की पूजा-आराधना के लिए विशेष महीना माना जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन का पवित्र महीना चल रहा है। सावन माह भगवान शिव की पूजा-आराधना के लिए विशेष महीना माना जाता है। इसमें भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में शिवजी की उपासना करते हुए शिव मंत्रों का लगातार जाप करने बहुत ही शुभ फलदायक होता है। सावन में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने का विशेष महत्व होता है। महामृत्युंजय के जाप से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं और कष्टों का निवारण जल्द से जल्द करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गंभीर बीमारियों से छुटकारा प्राप्त करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र काफी कारगर होता है। ऐसी मान्यता है कि इस मंत्र के जाप करने से मृत्यु पर विजय प्राप्त की जा सकती है महामृत्युंजय मंत्र के जाप से अकाल मृत्यु के बने अशुभ योग भी टाला जा सकता है। इसके अलावा अलग-अलग उद्देश्यों और कुंडली के दोष को दूर करने के लिए भी इस मंत्र का जाप किया जाता है। शास्त्रों में महामृत्युंजय मंत्र के जाप करते समय कुछ सावधानियां बताई गईं हैं जिसका पालन जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं महामृत्युंजय मंत्र जाप करते समय कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।