जानिए रंभा तृतीया व्रत की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रंभा तृतीया का व्रत रखा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रंभा तृतीया का व्रत रखा जाता है। इस दिन कुवांरी कन्याएं मन चाहा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं और विधि-विधान से पूजा अर्चना करती हैं। सुहागिन महिलाएं भी अपने पति की लंबी आयु और बुद्धिमान संतान की प्राप्ति तथा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए विधि पूर्वक ये व्रत रखती हैं। रंभा तीज के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और व्रत का संकल्प लेती हैं। रंभा तृतीया या रंभा तीज के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सौभाग्य प्राप्ति के लिए अप्सरा रंभा ने इस व्रत को किया था। इसलिए इसे रंभा तीज कहा जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि सौंदर्य और सौभाग्य का व्रत रंभा तीज इस बार कब है और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए किस विधि से पूजा करनी चाहिए....