जानिए हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम

Update: 2023-04-01 19:06 GMT
हिंदू धर्म में हनुमान जी को विशेष स्थान दिया गया है. हनुमान जी भगवान शंकर के अंश हैं तो प्रभु श्रीराम के परम भक्त भी हैं. उन्होंने अपनी भक्ति से ये सिद्ध कर दिया कि जब भी कोई किसी से सच्चा प्रेम करता है तो उसके आगे मोतियों की माला भी बेकार लगती है. हनुमान जी का प्रभु श्रीराम के लिए प्रेम कुछ ऐसा ही था. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था और इस साल ये दिन 6 अप्रैल दिन गुरुवार को पड़ा है. इस दिन हनुमान चालीसा करना बहुत शुभ माना जाता है लेकिन हनुमान चालीसा करने के भी कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है.
हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम (Hanuman Chalisa Niyam)
हनुमान चालीसा की रचना तुलसीदास जी ने की थी. इसमें 3 दोहे और 40 चौपाईयां हैं. हनुमान चालीसा का हर दिन पाठ करने से हर मुश्किल आसान हो सकती है ऐसी मान्यता है. हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ शुभ माना जाता है लेकिन इसको पढ़ते समय इन नियमों का पालन जरूर करें.
1. हनुमान चालीसा पढ़ते समय किसी आसन पर बैठ जाएं. वो आसन स्वच्छ होना चाहिए और अगर लाल रंग का हो तो अच्छा होता है. हनुमान चालीसा पढ़ने के दौरान अपना ध्यान एकाग्र रखें.
2. हनुमान चालीसा पढ़ने वालों को मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आपको मन से साफ रहना जरूरी है वरना आप चालीसा पढ़ेंगे लेकिन उसका फल बजरंगबली नहीं देंगे.
3. हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले सबसे पहले भगवान गणेश की वंदना करना चाहिए. उसके बाद प्रभु श्रीराम और माता सीता को प्रणाम करना चाहिए क्योंकि हनुमान जी को सीताराम नाम से अत्यधिक प्रेम है.
4. हनुमान चालीसा पढ़ने में स्वच्छ वस्त्र पहनें, नहाना भी जरूरी है और गलत मंत्रों का उच्चारण बिल्कुल भी ना करें. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें हर मंत्रों का विशेष अर्थ है.
5. हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें तो व्रत रखकर ही करें. इसमें आपको एक समय का भोजन ही करना होगा और तामसिक भोजन से दूर रहें.
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