हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा की तिथि को बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा को समर्पित होती हैं वही अमावस्या के देवता पितरों को बताया गया हैं ऐसे में इस दिन श्राद्ध तर्पण करना उत्तम माना जाता हैं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या के दिन स्नान दान और पूजा पाठ का विधान होता हैं पंचांग के अनुसार अमावस्या हर माह में एक बार पड़ती हैं।
अभी आषाढ़ माह चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जा रहा हैं जो बेहद ही खास मानी जाती हैं इस दिन पूजा पाठ स्नान दान और श्राद्ध तर्पण करने से उत्तम फलों की प्राप्ति होती हैं साथ ही सुख समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद मिलता हैं इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना भी खास माना जाता हैं तो आज हम आपको आषाढ़ अमावस्या पर स्नान दान का सबसे शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
आषाढ़ अमावस्या की तारीख और मुहूर्त—
धार्मिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ अमावस्या का आरंभ 17 जून की सुबह 9 बजकर 13 मिनट पर हो जाएगा। वही समापन अगले दिन यानी की 18 जून को सुबह 10 बजकर 8 मिनट पर होगा। शास्त्र अनुसार अमावस्या पर सूर्योदय से पहले स्नान करना शुभ माना जाता है इसलिए आषाढ़ अमावस्या 18 जून को मनाई जाएगी।
आषाढ़ अमावस्या पर स्नान का सबसे शुभ मुहूर्त 18 जून को सुबह 4 बजकर 3 मिनट से 4 बजकर 43 मिनट तक का है। इसके बाद सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक का समय रहेगा। मान्यता है कि इस मुहूर्त में अगर पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा पाठ और दान किया जाए तो साधक को सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और कष्टों में कमी आती हैं।