हिंदू धर्म में हवन-पूजा और घर में तोरण लगाने का बहुत महत्त्व बताया गया है. नवरात्रि हो या घर में कोई पूजा, या किसी शुभ कार्य की शुरुआत क्यों ना कर रहे हों ऐसे शुभ मौकों पर हवन करवाया जाता है. मुख्यद्वार पर तोरण भी बांधते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की तोरण क्यों बांधते हैं. हवन में आम के पेड़ की लकड़ियों का ही इस्तेमाल क्यों किया जाता है. अब आप इसे शुभ कहेंगे. सही बात है आम के पेड़ का हमारे शास्त्रों में खास महत्त्व बताया गया है और पूजा में इसके इस्तेमाल से मिलने वाले लाभों के बारे में भी बताया गया है. लेकिन आम की लकड़ी जब जलती है तो उससे जो गैस उत्पन्न होती है वह खतरनाक बैक्टीरिया और जीवाणुओं को मारती है तथा वातावरण को शुद्ध करती है. आम की लकड़ी से हवन करने के और क्या धार्मिक फायदे हैं और आम के पत्तों की तोरण मुख्यद्वार पर क्यों बांधी जाती है आइए जानते हैं.
- हमारी भारतीय संस्कृति में आम के पेड़ की लकड़ियों का उपयोग समिधा के रूप में वैदिक काल से ही किया जा रहा है. माना जाता है कि आम की लकड़ी, घी, हवन सामग्री आदि के साथ हवन करने से
वतावरण में सकारात्मकता बढ़ती है.
- ऑफिस के मुख्य द्वार पर आम की पत्तियां लटकाने से ऑफिस में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के साथ सकारात्मक ऊर्जा अंदर आती है. जिससे व्यापार बढ़ता है और सुख व समृद्धि आती है.
- आम के पत्तों का तोरण द्वार पर लगाने से सभी मांगलिक कार्य निर्विघ्न पूरे हो जाते हैं. बुरी शक्तियां एवं नकारात्मक ऊर्जा भी शुभ कार्य में बाधा नहीं डाल पाती हैं, इसलिए दरवाज़े पर आम के पत्तों को
लटकाना हमारे शास्त्रों के अनुसार बहुत शुभ माना गया है.
- धार्मिक मान्यता के मुताबिक आम हनुमान जी का प्रिय फल है. इसलिए जहां भी आम और आम का पत्ता होता है वहां हनुमान जी की विशेष कृपा बनी रहती है.