जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यदि शनिकारक समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं. अत्याधिक मानसिक तनाव, अकारण झगड़ा, कामकाज में अड़चनें, घाटा व दुर्घटना, अपनों से अचानक वाद-विवाद, नौकरों से असंतुष्टि, विरोधियों से परेशानी, कानूनी उलझनें, अनायास खर्चे व नुकसान, नजर लगना तो आज यह उपाय जरूर करें.
शनिदेव को कैसे करें प्रसन्न?
- तुलसी के 108 पत्ते लेकर उन पर श्री राम लिखें और पत्तों को एक सूत्र में पिरो कर माला बनाकर श्री हरि विष्णु के गले में डालें.
- शनि देवता हमेशा ऐसे लोगों से खुश होते हैं जो निर्धनों की मदद करते हैं और उन्हें प्रसन्न रखते हैं. ऐसे में शनि अमावस्या के दिन आप अगर निर्धन जनों को भोजन कराएं या खाने-पीने की वस्तुओं का दान करें, तो शनि देव अति प्रसन्न हो जाते हैं.
- आप पर शनि देव की टेढ़ी नजर है, यानी साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव चल रहा है, तो काली गाय को बूंदी के लड्डू खिलाएं.
शनिचरी अमावस्या पर करें दान
शनिचरी अमावस्या पर शनिदेव से जुड़ी कुछ चीजों का दान कर सकते हैं. इसमें सरसों का तेल, काले तिल, काला छाता, ताला, काले कंबल, अंगूठी व अन्य चीज शामिल है.
इस मंत्र का करें जाप
अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं को 'ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः' मंत्र का जाप करें.
धार्मिक मान्यता के अनुसार क्या न करें
शनि अमावस्या के दिन ध्यान रखें कि घर में लोहे से बनी कोई वस्तु ना लेकर आए. आज के दिन लोहे की चीजें खरीदने से भगवान शनि रुष्ट हो जाते हैं और ऐसा करने से आपकी शारीरिक और आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती हैं.
सरसों का तेल, लकड़ी, जूते-चप्पल और काली उड़द को आप भूल से भी इस दिन खरीदकर नहीं लाएं,वरना आपको शनिदेव की कुदृष्टि का सामना करना पड़ सकता है.
इस दिन शनिदेव मंदिर में शनि के दर्शन करने जाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि भूल से भी उनकी आंखों को न देखें. शास्त्रों के अनुसार इनकी आखों में देख कर दर्शन करने से अनिष्ट होने का भय रहता है.