जानें शनि देव के मकर राशि से कुंभ राशि में परिवर्तन का अन्य सभी राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा

राशि परिवर्तन का अन्य सभी राशियों पर प्रभाव

Update: 2022-04-28 05:17 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महान ग्रह शनि देव 29 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 52 मिनट पर मकर राशि की यात्रा समाप्त करके कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। अपनी इस यात्रा के मध्य ये 4 जून को रात्रि 3 बजकर 12 मिनट पर वक्री होंगे और 12 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 52 मिनट पर पुनः मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसी के साथ धनु राशि की साढ़ेसाती कुछ दिनों के लिए समाप्त हो जाएगी और मीन राशि के लिए साढ़ेसाती का आरंभ हो जाएगा। अपनी ही राशि में गोचर करते हुए शनि देव बहुत ज्यादा दुष्प्रभावी नहीं रहेंगे किंतु यदि आपके कर्म अच्छे नहीं है तो फिर ये छोड़ेंगे भी नहीं। इनके राशि परिवर्तन का अन्य सभी राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।

मेष राशि
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए महान ग्रह शनिदेव आपके लिए बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। आय के साधन तो बढ़ेंगे ही नए कार्य व्यापार भी आरंभ होंगे। सोची-समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होगी। अपनी ऊर्जाशक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों अथवा बड़े भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें। इन सबके बावजूद संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। प्रेम संबंधी मामलों में भी उदासीनता रहेगी।
वृषभ राशि
राशि से दशम कर्मभाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा। नौकरी में पदोन्नति तथा मान-सम्मान की वृद्धि होगी। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। राजनीतिज्ञों से भी मेलजोल बढ़ेगा। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। शासनसत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। किसी भी तरह के सरकारी टेंडर के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी शनि का प्रभाव अनुकूल रहेगा। योजनाएं गोपनीय रखते हुए आगे बढ़ें।
मिथुन राशि
राशि से नवम भाग्यभाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव मिलाजुला रहेगा यद्यपि भाग्य वृद्धि भी होगी,नए लोगों से मेलजोल भी बढ़ेगा किंतु कार्य पूर्ण होने में थोड़ी बाधाएं जरूर आएंगी फिर भी अंततः आप सफल रहेंगे। वैवाहिक वार्ता में थोड़ा और विलंब होगा। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे।
कर्क राशि
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जाएगा इसलिए स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। अपने द्वारा किए गए कर्मों और लिए गए निर्णयों की समीक्षा करते रहें। पैतृक संपत्ति से संबंधित मामलों का निपटारा होगा। परिवार में आपसी मतभेद गहरा सकता है इसे ग्रहयोग समझकर बढ़ने न दें। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। झगडे-विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी ही बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी।
सिंह राशि
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। कार्य व्यापार की दृष्टि से तो फिर भी अच्छा रहेगा किंतु विवाह संबंधी वार्ता में थोड़ा और विलंब होगा। ससुराल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने न दें। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। केंद्र व राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। किसी को भी अधिक कर्ज देने से पहले सोचें
कन्या राशि
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए शनिदेव बेहतरीन सफलता दिलाएंगे किंतु विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए कठिन प्रयास करने होंगे। गुप्त शत्रु परास्त होंगे कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। कार्य व्यापार की दृष्टि से तो परिवर्तन अच्छा रहेगा किंतु प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी। प्रेम विवाह में भी अड़चनें आएंगी। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। सामान चोरी होने से बचाएं। वाहन दुर्घटना से बचें।
तुला राशि
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए शनिदेव आपके लिए सफलताओं का सिलसिला जारी रखेंगे। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना हो अथवा किसी नये अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से मतभेद बढ़ने न दें। रचनात्मक कार्यों में पूर्ण सफल रहेंगे। विदेशी कंपनियों में भी नौकरी के योग।
वृश्चिक राशि
राशि से चतुर्थ सुखभाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव अच्छा ही कहा जाएगा यद्यपि सफलताओं के बावजूद किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना ही पड़ेगा फिर भी ये समय आपका अच्छा ही रहेगा। मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। कार्यक्षेत्र में भी अधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें। जमीन जायदाद अथवा मकान वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो भी ग्रह अनुकूल।
धनु राशि
राशि से तृतीय भाव में गोचर करते हुए शनिदेव आपकी सफलताओं के मार्ग में आने वाली सभी बाधाओं का शमन करेंगे। एक बार जो ठान लेंगे उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे । लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। अपनी ऊर्जा शक्ति को सही कार्यों में लगाएंगे तो अधिक सफल रहेंगे निर्णय लेने में विलंब न करें। छोटे भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य भी करेंगे। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।
मकर राशि
राशि से द्वितीय धनभाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। जमीन जायदाद संबंधी मामलों का निपटारा होगा। पैतृक संपत्ति से संबंधित विवाद भी हल होंगे। स्वास्थ्य विशेष करके दाहिनी आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। जो लोग नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे फिर भी झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी।
कुंभ राशि
आपकी राशि में शनि देव का आगमन अच्छा ही रहेगा यद्यपि किसी न किसी कारण से आप मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं किंतु कार्य व्यापार की दृष्टि से समय उत्तम ही रहेगा। नौकरी में पदोन्नति तथा सम्मान में आ रही बाधाएं दूर होंगी। भागदौड़ में अधिक खर्च होगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा। विद्यार्थियों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और विलंब होगा।
मीन राशि
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जाएगा। आय के साधन बढ़ेंगे किंतु उसी अनुपात में खर्च भी होगा। भागदौड़ की अधिकता के कारण आपके स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है इसके लिए सावधान रहें। गुप्त शत्रु बढ़ेंगे और आपके खिलाफ षड्यंत्र करने का एक भी अवसर नहीं छोड़ेंगे । झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक कर्ज देने से बचें अन्यथा आर्थिक हानि की से इनकार नहीं किया जा सकता।


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