करवा चौथ व्रत चांद के दर्शनों के बाद तोड़ा जाता है, जानें चंद्रोदय समय

करवा चौथ व्रत चांद के दर्शनों के बाद तोड़ा जाता है। महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत तोड़ती हैं।

Update: 2021-10-24 06:55 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर साल कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पावन व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए इस व्रत को रखती हैं। करवा चौथ का व्रत निर्जला व्रत होता है। इस व्रत में पानी का सेवन भी नहीं किया जाता है। करवा चौथ व्रत चांद के दर्शनों के बाद तोड़ा जाता है। महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत तोड़ती हैं।

क्यों होते हैं चंद्र दर्शन
चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। चंद्रमा आयु, यश और समृद्धि का भी प्रतीक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है। चांद में सुंदरता, शीतलता, प्रेम, प्रसिद्धि और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते हैं, इसीलिए सभी महिलाएं चांद को देखकर ये कामना करती हैं कि ये सभी गुण उनके पति में आ जाएं।
करवा चौथ 2021 शुभ मुहूर्त-
24 अक्टूबर 2021, रविवार को सुबह 03 बजकर 01 मिनट से चतुर्थी तिथि शुरू होगी, जो कि 25 अक्टूबर 2021 को सुबह 05 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इस दौरान करवा चौथ का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 43 मिनट से 06 बजकर 59 मिनट तक रहेगी।
करवा चौथ पर बन रहा विशेष संयोग-
इस साल करवा चौथ पर विशेष संयोग बन रहा है। करवा चौथ का चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा। मान्यता है कि इस नक्षत्र में व्रत रखना शुभ होता है। 24 अक्टूबर को रात 08 बजकर 07 मिनट पर चंद्र दर्शन हो सकते हैं। इसके बाद व्रती महिलाएं व्रत खोलेगी।


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