Kajari Teej ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन कजरी तीज को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना का विधान होता है
कजरी तीज को कज्जली तीज, सातुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है जो कि रक्षाबंधन के तीन दिन बाद मनाई जाती है इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखकर पूजा पाठ करती है इस साल कजरी तीज का व्रत आज यानी 22 अगस्त दिन गुरुवार को रखा जा रहा है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा तीज पूजा की सभी सामग्री के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
यहां जानें पूजा सामग्री लिस्ट—
आपको बता दें कि आज कजरी तीज की पूजा में महिलाएं दीपक, घी, कपूर, तेल, अगरबत्ती, पीला वस्त्र, हल्दी, चंदन, श्रीफल, गाय का दूध, गंगाजल, दही, मिश्री, शहद, पंचामृत, कच्चा सूता, नए वस्त्र, केले के पत्ते, बेलपत्र, शमी पत्र, जनेउ, जटा नारियल, सुपारी, कलश, भांग, धतूरा, दूर्वा घास आदि पूजा सामग्रियां माता पार्वती के लिए हरे रंग की साड़ी, चुनरी, बिंदी, चूड़ियां, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, सिंदूर और मेहंदी आदि सुहाग की चीजें जरूर रख लें।
कजरी तीज पूजा की विधि—
आपको बता दें कि कजरी तीज के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर भगवान का ध्यान करें फिर घर की अच्छी तरह साफ सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करें और पूजा स्थल को भी पवित्र करें। अब पूजा की सभी सामग्रियों को एकत्रित करके रख लें और फिर व्रत का संकल्प करें। अब सबसे पहले एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं और शिव पार्वती की प्रतिमा को स्थापित करें। फिर भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा अर्पित करें साथ ही माता पार्वती को सुहाग की सामग्री चढ़ाएं। फिर धूप दीपक जलाएं और भगवान की आरती करें इसके बाद भोग लगाएं और पुष्प अर्पित कर कजरी तीज की कथा का पाठ करें इसके बाद अंत में प्रभु की आरती करें और भूल चूक के लिए क्षमा मांगे।