14 सितंबर तक गुरु देव बृहस्पति रहेंगे वक्री, जानें किस राशि पर कैसा होगा असर
वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति वक्री अवस्था में हैं। 20 जून 2021 को गुरु कुंभ राशि में वक्री हुए थे। इसके पहले 19 जून को मार्गी अवस्था में थे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति वक्री अवस्था में हैं। 20 जून 2021 को गुरु कुंभ राशि में वक्री हुए थे। इसके पहले 19 जून को मार्गी अवस्था में थे। अब 14 सितंबर 2021 तक वह वक्री अवस्था में रहने वाले हैं। इसके बाद मार्गी हो जाएंगे। वक्री गुरु का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, वक्री गुरु का प्रभाव सबसे ज्यादा संतान और विवाह पर पड़ता है। जानिए मेष से मीन राशि तक के जातकों पर क्या पड़ेगा प्रभाव-
वक्री गुरु का संतान संबंधी प्रभाव-
ज्योतिष के अनुसार, जिन जातकों को संतान नहीं हो रही है उन्हें इस दौरान संतान सुख मिल सकता है। इस दौरान संतान संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं।
वक्री गुरु का विवाह संबंधी प्रभाव-
वैवाहिक जातकों के लिए यह समय उतार-चढ़ाव भरा साबित हो सकता है। अविवाहितों को विवाह का प्रस्ताव मिल सकता है।
मेष से मीन राशि वालों को क्या पड़ेगा प्रभाव-
1. मेष- आप करियर और बिजनेस में तरक्की करेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
2. वृषभ- स्वास्थ्य पहले से उत्तमम रहेगा। परिवार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
3. मिथुन- परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। पहले की तुलना में कम दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
4. कर्क- अविवाहितों को विवाह का प्रस्ताव मिल सकता है। पारिवारिक स्थितियों में सुधार आएगा।
5. सिंह- संतान के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।
6. कन्या- व्यापार और करियर में कोई बड़ा परिवर्तन करने की प्लानिंग बना सकते हैं।
7. तुला- धन लाभ हो सकता है। करियर में प्रमोशन के योग बनेंगे।
8. वृश्चिक- पैसों के मामले में रिस्क न लें। करियर को नुकसान हो सकता है।
9. धनु- नौकरी में स्थान परिवर्तन हो सकता है। व्यापार में धन लाभ के योग बनेंगे।
10. मकर- किसी भी फैसले को जल्दबाजी में न लें।
11. कुंभ- परिवार व सेहत का ध्यान रखें। काम का बोझ बढ़ सकता है।
12. मीन- धीरे-धीरे परेशानियां कम होती जाएंगी। संयम से काम लें।