Janmashtami 2022 Date: इस साल रोहिणी नक्षत्र के बिना मनेगी जन्माष्टमी, जानें पूजा विधि

Update: 2022-08-16 06:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Shree Krishna Janmashtami 2022: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को जन्माष्टमी के नाम से जानते हैं। हिंदू धर्म में इस त्योहार का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की अष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस साल जन्माष्टमी पर विशेष संयोग बन रहे हैं।

 जन्माष्टमी पर बन रहे कई शुभ संयोग-
जन्माष्टमी पर वृद्धि व ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन रात 08 बजकर 42 मिनट तक वृद्धि योग रहेगा। इसके बाद ध्रुव योग शुरू होगा। ज्योतिष शास्त्र में इन योगों को बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इन योग में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है।
रोहिणी नक्षत्र के बिना जन्माष्टमी-
इस साल रोहिणी नक्षत्र के बिना जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस साल जन्माष्टमी के दिन भरणी नक्षत्र रात 11 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र शुरू होगा।
कृष्ण जन्माष्टमी 2022 डेट-
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कृष्ण जन्माष्टमी बृहस्पतिवार, अगस्त 18, 2022 को
निशिता पूजा का समय - 12:03 ए एम से 12:47 ए एम, अगस्त 19
अवधि - 00 घण्टे 44 मिनट
दही हाण्डी शुक्रवार, अगस्त 19, 2022 को
व्रत पारण का समय-
पारण के दिन अष्टमी तिथि का समाप्ति समय - रात 10:59 बजे।
पारण समय - 05:52 ए एम, अगस्त 19 के बाद


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