लाल किताब मानती है कि यदि मकान अच्छी जगह है तो खराब ग्रह भी अच्छे फल देने लगते हैं और यदि मकान खराब जगह है तो अच्छे ग्रह भी बुरा फल देने लगते हैं। इस बार जानिए कि कोने के मकान के क्या हो सकते हैं 5 नुकसान और इससे बचने के क्या हो सकते हैं उपाय।
कोने का मकान (Kone ka makan ke nuksan) : यदि तीन तरफ मकान एक तरफ खुला या तीन तरफ खुला हुआ और एक तरफ कोई साथी मकान या खुद उस मकान में तीन तरफ खुला होगा तो यह केतु का मकान होगा। केतु के मकान में नर संतानें लड़के चाहे पोते हों लेकिन कुल तीन ही होंगे।
1. नकारात्मक ऊर्जा का मकान : कोने के मकान को केतु का मकान माना जाता है। केतु ग्रह नकारात्मक ग्रह है। कोने के मकान में तीन ओर रास्ते होते हैं जहां पर लोगों का आना जाना तो लगा ही रहता है साथ ही वहां रुककर बातें करना भी लगा रहता जिसके चलते घर में रहने वाले लोग परेशान रहते हैं।
2. अचानक होने वाली अच्छी और बुरी घटना का मकान : केतु का मकान यह अच्छा भी हो सकता है और खराब भी। अर्थात जो कुछ भी होगा अचानक ही होगा। खिड़कियां, दरवाजे, बुरी हवा, अचानक धोखा होने का खतरा रहता है।
3. सबसे बुरा फल देता तब : यदि इस मकान के आसपास इमली का वृक्ष, तिल के पौधे या केले का वृक्ष है तो यह पक्के तौर पर केतु का फल देने वाला मकान होगा। इस मकान में बच्चों से संबंधित परेशानी खड़ी हो सकती है।
4. केतु खाना नंबर तीन : जन्मपत्रिका के भाव 3 में केतु हो तो जातक को दक्षिणामुखी घर में नहीं रहना चाहिए। रहेगा तो बर्बाद हो जाएगा।
5. घर के अंदर के कोने : आठ कोने के मकान लंबी बीमारी, मुसीबत और मृत्यु को दर्शाता है। शनि अष्टम में होने के संकेत। 18 कोने के मकान है तो धन की हानि, विवाह का नहीं होना। विवाह हो जाए तो विधुर-विधवा योग बनते हैं। इसी तरह 3 और 13 कोने वाला मकान साजिश में बर्बादी को दर्शाता है। 5 कोने वाला मकान संतान की बर्बादी।