नई दिल्ली : सनातन धर्म में देवी-देवता की पूजा के दौरान उन्हें कुछ चीजें अर्पित करने का विधान है। इनमें चंदन, हल्दी, अक्षत, कुमकुम और फूल समेत आदि शामिल है। साथ ही विशेष चीजों का भोग लगाया जाता है, जिससे प्रभु प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूजा के दौरान कई तरह के संकेत मिलते हैं। इनमें कुछ संकेत शुभ-अशुभ माने जाते हैं, जो जातक के जीवन से संबंधित होते हैं। आइए जानते हैं पूजा के दौरान मिलने वाले शुभ और अशुभ संकेत के बारे में।
मिलते हैं ये संकेत
धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूजा के दौरान भगवान की प्रतिमा से फूल का गिरना शुभ संकेत माना जाता है। इस संकेत का मतलब है यह कि जातक की मनोकामना पूरी होने वाली है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होने वाली है। साथ ही शुभ फल की प्राप्ति हो सकती है।
देवी-देवता की पूजा सच्चे मन से करनी चाहिए। इस तरह की आराधना से प्रभु प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि पूजा के दौरान अगर साधक की आंखों में से आंसू आ जाए, तो यह शुभ संकेत माना जाता है। इससे मनोकामना जल्दी पूरी होती है।
ज्योतिष शास्त्र की मानें पूजा के दौरान दीपक की लौ से कई तरह के संकेत मिलते हैं। ऐसा माना जाता है कि यदि दीपक की लौ ऊपर की तरफ जाती है, तो यह शुभ संकेत माना जाता है। इससे वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है।
दीपक जलाते समय अगर दीया गिर जाए, तो यह अशुभ संकेत माना जाता है। इसका मतलब यह है कि जातक को जीवन में आर्थिक परेशानी या किसी बीमारी का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा पूजा के दौरान यदि सिंदूर की डिब्बी का गिरना अशुभ संकेत माना जाता है। इसका मतलब यह है कि जातक की लव लाइफ में कोई समस्या आने वाली है।