शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या से परेशान हैं तो जानें इस से बचने के उपाय

शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या. इन दोनों का नाम सुनकर ही लोगों में भय व्याप्त हो जाता है.

Update: 2020-11-24 02:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्कशनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या. इन दोनों का नाम सुनकर ही लोगों में भय व्याप्त हो जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शनि द्वारा दी जाने वाली परेशानियों से बचा भी जा सकता है.

मंगलवार का दिन हनुमान जी का दिन कहलाता है. शनि देव उन लोगों को परेशानी नहीं करते हैं जो हनुमान जी की पूजा करते हैं. क्योंकि एक पौराणिक मान्यता के अनुसार हनुमान जी को शनि देव ने वचन दिया हुआ कि हनुमान भक्तों को परेशान नहीं करेंगे.

पंचांग के अनुसार 24 नवंबर को मंगलवार का दिन है. इस दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है. इस दिन वज्र योग बना हुआ है चंद्रमा क कुंभ राशि में गोचर कर रहा है और नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद है. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति यानि गुरु हैं. वर्तमान समय में गुरु शनि की राशि मकर में शनि के साथ विराजमान हैं. इसलिए आज के दिन हनुमान जी की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा.

हनुमान पूजा से दूर होगी शनि देव की अशुभता

हनुमान पूजा से शनि की अशुभता को दूर करने में मदद मिलती है. मंगलवार की सुबह उठकर स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर हनुमान जी की पूजा आरंभ करें. हनुमान जी को स्वच्छता अधिक पसंद है इसलिए इसका ध्यान रखें. पूजा की थाली में पुष्प, मिष्ठान और चंदन रखें. जल में गंगाजल मिलाकर पूजा स्थल को शुद्ध करें और इसके बाद पूजन आरंभ करें.

हनुमान चालीसा का पाठ करें

मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. मंगलवार को सुबह और शाम को हनुमान चालीसा का पाठ करना उत्तम माना गया है.

मंगलवार का दान

मंगलवार को रोगियों और बंदरों को फलों का वितरण करना चाहिए, ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं.

क्रोध और गलत कार्यों से दूर रहें

व्यक्ति को क्रोध और गलत कार्यों से बचना चाहिए. मन में अच्छे विचार रखें और भगवान का स्मरण और उपासना करें.

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